बसपा को कमजोर करने के लिए हो रहा षड्यंत्र… कांशीराम की पुण्य तिथि पर मायावती ने विपक्षी दलों पर बोला हमला, योगी सरकार को सराहा
लखनऊ, 9 अक्टूबर। बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्य तिथि के अवसर पर पार्टी प्रमुख मायावती लखनऊ में बड़ी रैली कर रही हैं। रैली में हजारों समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद हैं। ये रैली लखनऊ के कांशीराम स्मारक स्थल पर हो रही है। रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि मैं राज्य सरकार की आभारी हूं कि कांशीराम स्मारक की मरम्मत कराई। टिकट के पैसे अपने पास नहीं रखा। टिकट के पैसे से मरम्मत कराई। 2021 के बाद मायावती पहली बार कांशीराम की पुण्यतिथि पर बड़ा आयोजन कर रही हैं।
- अखिलेश यादव पर मायावती ने साधा निशाना
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार के पहले जब सपा सरकार थी तो सपा सरकार ने पैसा दबा कर रखा था। सभी स्मारकों को बुरा हाल था। तब मैंने सपा सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी की टिकट के पैसे से स्मारक के रखरखाव करे लेकिन कुछ नहीं किया। अब सत्ता से बाहर हैं तो काशीराम की पुण्यतिथि पर गोष्ठी करेंगे। जब सरकार में रहते हैं तो पीड़ीए नहीं याद आता।
मायावती ने कहा कि मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहती हूं कि जब उनकी सरकार थी तो कांशीराम के नाम पर नगर, यूनिवर्सिटी के नाम क्यों बदले? सत्ता में नहीं रहते हैं तो महापुरुष और पीडीए याद आता है। कांशीराम स्मारक की मरम्मत नहीं होने के वजह से यहां पुष्प नहीं अर्पित नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब मरम्मत हो गई। पहले से ज़्यादा भीड़ आई है।
- सपा पर गुमराह करने का लगाया आरोप
रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी राजनीति के स्वार्थ में पीड़ीए की बात करके लोगों को गुमराह कर रही है। जब सपा सरकार थी तो आरक्षण में पक्षपात किया। सपा सरकार ने माफिया गुंडों को बढ़ावा दिया, कानून व्यवस्था खराब कर दी।
- बीजेपी और कांग्रेस पर भी मायावती ने साधा निशाना
मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कही कि बीजेपी सरकार में भी वही स्थिति है। यूपी में कांग्रेस की सरकारों ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया। अब इनके संविधान को हाथ में लेकर नाटक करते रहते है। कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहब अंबेडकर और कांशीराम को सम्मान नहीं दिया।
मायावती ने कहा कि बीजेपी सरकार भी दलितों के लिए झूठे वादे करती है। इसलिए बसपा को मज़बूत बनाकर केंद्र और प्रदेश में सत्ता में वापस लाइए। दूसरे राज्यों में जहां चुनाव है वहां भी बसपा को मज़बूत कीजिए। यूपी में तो फिर से बसपा की बहुमत की सरकार बनाना बहुत ज़रूरी है।
