विवादों में घिरने के बाद दिग्विजय सिंह ने दी सफाई – मैं RSS और मोदी का कट्टर विरोधी था, हूं और रहूंगा’
नई दिल्ली, 27 दिसम्बर। सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट को लेकर विवादों में घिरने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) व नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधी रहे हैं और सदैव रहेंगे।
दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस बार भाजपा और RSS की सार्वजनिक तारीफ की, जिससे सियासी घमासान छिड़ गया। उन्होंने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक से पहले एक X पोस्ट में नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी की एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की, जिसमें पार्टी की संगठन की ताकत के बारे में लिखा। दिग्विजय सिंह की इस तारीफ को कांग्रेस में संगठन पर परोक्ष रूप से निशाना माना जा रहा है। फिलहाल विवाद बढ़ने के बाद दिग्गी राजा की तरफ से सफाई भी आ गई।
दिग्विजय सिंह की सोशल मीडिया पोस्ट से गरमाई सियासत – RSS व भाजपा की तारीफ, कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल
पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी और पीएम मोदी की पुरानी फोटो शेयर करते हुए अपने ट्वीट पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, “मैं संगठन का समर्थन करता हूं। मैं RSS और मोदी जी के खिलाफ हूं। आप लोगों ने मेरी बात को गलत समझा… मैंने ‘संगठन’ की तारीफ की है। मैं RSS और मोदी का कट्टर विरोधी था, हूं और रहूंगा… क्या संगठन को मजबूत करना और उसकी तारीफ करना बुरी बात है?”
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दिग्विजय की इस पोस्ट पर मचा हंगामा?
दिग्विजय ने X पोस्ट में लिखा था, ‘मुझे यह तस्वीर Quora साइट पर मिली। यह बहुत असरदार है। यह दिखाती है कि कैसे एक RSS का जमीनी वॉलंटियर और जनसंघ/BJP कार्यकर्ता, जो कभी नेताओं के पैरों के पास जमीन पर बैठता था, बाद में एक राज्य का मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बन गया। यही संगठन की ताकत है।’
बिना तारीख वाली तस्वीर में पीएम मोदी, पूर्व भाजपा प्रमुख एलके आडवाणी और कई अन्य लोग एक पब्लिक रैली में शामिल होते दिख रहे हैं। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पोस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी और अन्य को भी टैग किया। दिग्विजय के इस पोस्ट को अपनी ही पार्टी पर एक अप्रत्यक्ष तंज माना जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की तरफ से सोशल मीडिया पर यह पोस्ट खुले तौर पर पार्टी के अंदर सुधारों और विकेन्द्रीकृत कामकाज की मांग करने के एक हफ्ते बाद आया था।
भाजपा ने किया किनारा?
फिलहाल दिग्विजय सिंह के इस पोस्ट पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने साफ तौर पर किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी मामला है। इसमें कुछ भी बहुत जरूरी नहीं है। दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की समझ पर सवाल नहीं उठाया है।
वहीं, एक अन्य भाजपा नेता, सीआर केसवन ने कहा कि दिग्विजय की पोस्ट से यह सामने आया है कि कांग्रेस पार्टी को तानाशाही तरीके से चलाती है। उन्होंने पूछा कि क्या राहुल गांधी हिम्मत दिखाकर कांग्रेस नेता की सोशल मीडिया पोस्ट पर रिएक्ट करेंगे।
