राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका की ‘दोहरी नीति’ पर उठाए सवाल, पीएम मोदी की तारीफ़ करते हुए कहा— भारत भाग्यशाली है
नई दिल्ली, 5 दिसंबर। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत दौरे के पहले एक भारतीय चैनल को दिए इंटरव्यू में अमेरिका की रूस को लेकर अपनाई गई ‘दोहरी नीति’ पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका खुद रूस से यूरेनियम खरीदता है, जबकि भारत पर रूस से तेल आयात कम करने का दबाव डालता है। पुतिन ने स्पष्ट कहा कि अगर अमेरिका को रूस से ईंधन खरीदने का अधिकार है, तो भारत को भी वही अधिकार मिलने चाहिए।
पुतिन गुरुवार शाम नई दिल्ली पहुंचे, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर पहुंचकर उनका स्वागत किया। यह उनकी चार साल में पहली भारत यात्रा है। इसी बीच अमेरिका ने भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ़ लगा दिया है, जिससे रूस से तेल खरीदना भारत के लिए और कठिन हो गया है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2025 में भारत का रूस से तेल आयात 30 फ़ीसदी तक घटा है। इंटरव्यू में पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी खुलकर तारीफ़ की।
उन्होंने मोदी को “बहुत भरोसेमंद और समझदार नेता” बताया और कहा कि “भारत भाग्यशाली है कि उसे मोदी जैसा नेता मिला है, जो देश के लिए जीते और सांस लेते हैं।” पुतिन ने यह भी कहा कि रूस भारत के साथ ऊर्जा, रक्षा, आर्थिक और उच्च-तकनीकी क्षेत्रों में साझेदारी को और मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
दूसरी ओर, ट्रंप प्रशासन लगातार आरोप लगाता रहा है कि भारत रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध में पुतिन की मदद कर रहा है। हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि नरेंद्र मोदी ने उनसे रूस से तेल खरीदना बंद करने का आश्वासन दिया है, हालांकि भारत ने इस दावे पर कहा था कि वह भारतीय उपभोक्ताओं के हितों को प्राथमिकता देता है।
इस बीच, अमेरिका के प्रतिबंधों में फंसी रूसी कंपनियों पर सख़्ती बढ़ने के कारण भारत ने उनसे खरीद घटा दी है और अब आयात केवल उन कंपनियों से हो रहा है जो प्रतिबंध सूची में शामिल नहीं हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक भारत का यह कदम अमेरिका की अपेक्षाओं के अनुरूप माना जा रहा है।
