अमित शाह के आरोपों पर प्रियंका गांधी का पलटवार, पूछा – आपने इस्तीफा क्यों नहीं दिया?
नई दिल्ली, 29 जुलाई। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दूसरे दिन आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार किया और उनसे पूछा कि पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भी उन्होंने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। उन्होंने शाह के उस आरोप पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें गृह मंत्री ने कहा था कि 2008 के बटला हाउस मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के लिए सोनिया गांधी रोई थीं।
सदन में मेरी मां के आंसुओं की बात की गई, मैं इसका जवाब देना चाहती हूं।
मेरी मां के आंसू तब गिरे, जब उनके पति को आतंकवादियों ने शहीद किया, जब वे सिर्फ 44 साल की थीं।
आज मैं इस सदन में खड़ी होकर उन 26 लोगों की बात इसलिए कर रही हूं, क्योंकि मैं उनका दर्द जानती हूं और उसे महसूस… pic.twitter.com/C13ymijENG
— Congress (@INCIndia) July 29, 2025
‘मेरी मां के आंसू तब गिरे थे, जब उनके पति को आतंकियों ने शहीद किया था’
प्रियंका गांधी ने लोकसभा में अपनी मां का बचाव करते हुए कहा, ‘मेरी मां के आंसू तब गिरे, जब उनके पति को आतंकवादियों ने शहीद किया था और तब वह मात्र 46 वर्ष की थीं।’ उन्होंने इस दौरान अपने परिवार की व्यक्तिगत क्षति का भी जिक्र करते हुए कहा, ‘आज मैं 26 परिवारों के दर्द की बात इस सदन में कर पा रही हूं तो उसके पीछे वही दर्द है, जो मैंने सहा है।’
‘इस्तीफा तो छोड़िए, इस हमले की जिम्मेदारी तक नहीं ली’
चर्चा के दौरान प्रियंका गांधी ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद क्या सेना प्रमुख ने या इंटेलीजेंस प्रमुख ने इस्तीफा दिया? क्या गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया? इस्तीफा तो छोड़िए, इस हमले की जिम्मेदारी तक नहीं ली।
LIVE: Smt. @priyankagandhi ji speaks on Operation Sindoor in Lok Sabha. https://t.co/F1nEuB0DBV
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मुंबई हमलों के बाद हुए थे इस्तीफे, अब क्यों नहीं?
वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि जब गौरव गोगोई ने कल इसी सदन में जिम्मेदारी की बात कही तो राजनाथ सिंह सिर हिला रहे थे, लेकिन गृह मंत्री हंस रहे थे और उन्होंने कहा कि मुंबई हमले के बाद मनमोहन सरकार ने कुछ नहीं किया। जब घटना चल रही थी, तभी तीन आतंकियों को मार दिया गया था और एक बचा था, जिसे पकड़ा गया और बाद में फांसी दी गई थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री ने तब इस्तीफा दे दिया था। राजनाथ जी उरी-पुलवामा के समय गृह मंत्री थे, आज वह रक्षा मंत्री हैं। अमित शाह के समय मणिपुर जल रहा है, दिल्ली दंगे हुए, पहलगाम हुआ और आज भी वह गृह मंत्री हैं। क्यों? इस्तीफे क्यों नहीं दिए, देश जानना चाहता है।
आप कितने भी ऑपरेशन कर लें…
प्रियंका ने कहा, ‘जब पहलगाम हमला हुआ, तो सभी एकजुट होकर खड़े हो गए। दोबारा होगा तो दोबारा भी खड़े हो जाएंगे। देश पर हमला होगा तो हम सब सरकार के साथ खड़े हो जाएंगे।’ उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पहलगाम के बैसरन वैली में जो 26 लोग मारे गए, उनमें से 25 भारतीय थे। आप कितने भी ऑपरेशन कर लें, इस सच के पीछे छिप नहीं सकते कि उनको आपने उन्हें कोई सुरक्षा नहीं दी। वे भगवान भरोसे थे।
