मैनचेस्टर टेस्ट : राहुल-गिल ने अटूट शतकीय भागीदारी से भारत को संघर्ष में लौटाया, कप्तान स्टोक्स के शतक से इंग्लैंड अजेय
मैनचेस्टर, 26 जुलाई। जो रूट के बाद कप्तान बेन स्टोक्स ने भी दो वर्षों के अंतराल बाद बड़े शतकीय प्रहार (141 रन, 198 गेंद, 329 मिनट, तीन छक्के, 11 चौके) से इंग्लैंड को ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड पर जहां किसी टेस्ट टीम का सर्वोच्च स्कोर (669 रन) प्रदान करने के साथ उसे अजेय स्थिति में ला खड़ा किया वहीं टीम इंडिया 311 रनों की भारी भरकम लीड खाकर किस कदर भयानक दवाब में थी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि क्रिस वोक्स के पहले ही ओवर में ओपनर यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन बिना खाता खोले पैवेलियन लौट चुके थे (0-2)।
Stumps on Day 4 in Manchester! 🏟️
A splendid partnership between Captain Shubman Gill (78*) & KL Rahul (87*) takes #TeamIndia to 174/2 👏👏
A gripping final day of Test cricket awaits ⏳
Scorecard ▶️ https://t.co/L1EVgGu4SI#ENGvIND pic.twitter.com/1EMrsu90I3
— BCCI (@BCCI) July 26, 2025
राहुल व गिल तीसरे विकेट पर जोड़ चुके हैं 174 रन
फिलहाल केएल राहुल (नाबाद 87 रन, 210 गेंद, आठ चौके) और कप्तान शुभमन गिल (नाबाद 78 रन, 167 गेंद, 10 चौके) ने न सिर्फ बिखराव रोका वरन पूरे दो सत्रों में टिककर बल्लेबाजी करते हुए अटूट शतकीय भागीदारी से मेहमानों को काफी हद तक संघर्ष में लौटा दिया था। अंततः चतुर्थ टेस्ट के चौथे दिन का खेल समाप्त हुआ तो भारत ने 63 ओवरों में दो विकेट पर 174 बना लिए थे।
पारी की हार से बचने के लिए मेहमानों को अब भी 138 रनों की दरकार
हालांकि भारत अब भी बैकफुट पर है क्योंकि पारी की हार से बचने के लिए उसे पांचवें व अंतिम दिन और 138 रन बनाने होंगे। पारी की हार बची तो यह देखना भी दिलचस्प रहेगा कि राहुल व गिल सहित अन्य बल्लेबाज भारत को दूसरी पारी में कितनी दूर तक ले जा पाते हैं कि वह मुकाबले को ड्रॉ करने में सफल हो जाए। अन्यथा अंग्रेज गेंदबाज अपनी टीम को सीरीज में 3-1 की निर्णायक बढ़त दिलाने में कोई कोर-कसर नहीं रख छोड़ेंगे।
We lead by 3️⃣1️⃣1️⃣ in Manchester 💪 pic.twitter.com/VfSHmtBC9P
— England Cricket (@englandcricket) July 26, 2025
स्टोक्स के 14वें शतक से इंग्लैंड 669 रनों तक पहुंचा
इससे पहले इंग्लैंड ने पिछली शाम के स्कोर 7-544 से चौथे दिन की शुरुआत की तो कप्तान स्टोक्स ने न सिर्फ दो वर्षों में अपना पहला व कुल 14वां शतक पूरा किया वरन पुछल्ले ब्राइडन कॉर्स (47 रन, 54 गेंद, 69 मिनट, दो छक्के, तीन चौके) संग नौवें विकेट पर 95 रनों की साझेदारी से दल को साढ़े छह सौ के पार पहुंचा दिया। अंततः रवींद्र जडेजा (4-143) ने लगातार ओवरों में स्टोक्स व कार्स की विदाई कर इंग्लैंड की पारी 669 रनों पर खत्म की।

ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड पर किसी टीम का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर
लेकिन तब तक इस ग्राउंड पर किसी टीम का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर बन चुका था। इंग्लैड ने इस क्रम में यहां न सिर्फ अपने पिछले सर्वोच्च स्कोर (9-627 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1934) में सुधार किया वरन ऑस्ट्रेलिया के नाम स्थापित 57 वर्ष पुराना रिकॉर्ड (8-656 बनाम इंग्लैंड, 1964) भी तोड़ दिया।

भारत के खिलाफ आठवीं बार 669 या ज्यादा का स्कोर बना
वहीं भारत के लिए आठवां मौका था, जब उसके खिलाफ किसी टीम ने 669 या उससे ज्यादा रन बनाए। अंतिम बार 2014 में भारत के खिलाफ छह सौ से ज्यादा रन बने थे, तब वेलिंगटन में न्यूजीलैंड ने 8-680 का स्कोर खड़ा किया था।

बुमराह ने टेस्ट करिअर में पहली बार 100 से ज्यादा रन खर्च किए
भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो जडेजा के अलावा वॉशिंगटन सुदंर और जसप्रीत बुमराह ने आपस में चार विकेट बांटे। लेकिन इस कड़ी में बुमराह (2-112) को पहली बार किसी पारी में 100 से ज्यादा रन खर्च करने पड़े। इसके पूर्व एमसीजी में पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 99 रनों पर चार विकेट निकाले थे। यहीं नहीं वरन 2015 (एससीजी बनाम ऑस्ट्रेलिया) के बाद पहली बार और कुल 25 बार किसी टेस्ट में चार भारतीय गेंदबाजों ने 100 से ज्यादा रन दिए।
5⃣0⃣0⃣ runs (and going strong) in this Test series! 💪
KL Rahul continues his impressive run of form 👌 👌
Updates ▶️ https://t.co/L1EVgGtx3a#TeamIndia | #ENGvIND | @klrahul pic.twitter.com/Iz0F7w6Tsb
— BCCI (@BCCI) July 26, 2025
खैर, भारतीय पारी की बात करें तो लंच (1-2) से पहले तीन ओवरों के खेल में वोक्स (2-48) ने पहले ही ओवर की चौथी र पांचवीं गेंद पर यशस्वी (0) और सुदर्शन (0) को लौटाकर मेहमान खेमे को हदसा दिया था। लेकिन राहुल व गिल ने मौके की नजाकत समझते हुए धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से स्थिति संभाली और बचे दो सत्रों में अपने अर्धशतक पूरा करने के साथ नाबाद शतकीय भागीदारी के बीच अन्य कोई क्षति नहीं होने दी। अब यह देखना बाकी है कि अंतिम दिन भारत खुद को हार से बचा पाता है अथवा नहीं।
