मानसून सत्र : सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुटी कांग्रेस, पहलगाम हमला व बिहार में SIR सहित कई अहम मुद्दे
नई दिल्ली, 15 जुलाई। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस आगामी 21 जुलाई से 12 अगस्त तक प्रस्तावित संसद के मानसून सत्र के दौरान पहलगाम हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) सहित कई अहम मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है।
सोनिया गांधी की कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह के साथ बैठक
इसी क्रम में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार शाम 10, जनपथ स्थित अपने आवास पर पार्टी के संसदीय रणनीति समूह के साथ बैठक की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में उपनेता प्रमोद तिवारी और जयराम रमेश, के. सुरेश और मणिकम टैगोर सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बैठक में भाग लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैठक में कांग्रेस नेतृत्व ने आगामी मानसून सत्र में पहलगाम आतंकी हमला, बिहार में मतदाता सूची के एसआईआर, जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध जैसे अहम मुद्दों को उठाने का फैसला किया है। साथ ही कांग्रेस किसानों की समस्याओं, बढ़ती बेरोजगारी, देश की सुरक्षा और अहमदाबाद विमान दुर्घटना के मुद्दों को भी उठाएगी।
पहलगाम हमले के गुनहगारों के खिलाफ अब तक कोई काररवाई क्यों नहीं?
राज्यसभा में पार्टी के उपनेता प्रमोद तिवारी ने बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम में 26 लोग मारे गए थे और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। उन्होंने कहा, ‘हम जानना चाहते हैं कि वे आतंकवादी कहां हैं, जिन्होंने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या की और हमारी बहनों को विधवा बना दिया? उनके खिलाफ अब तक कोई काररवाई क्यों नहीं की गई?’
पहलगाम हमले पर सरकार से जवाब मांगेगी कांग्रेस
प्रमोद तिवारी ने कहा कि पहलगाम हमले पर सरकार से जवाब मांगना कांग्रेस की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना इसलिए हुई कि इलाके में कोई सुरक्षा तैनात नहीं थी और कोई त्वरित प्रतिक्रिया दल भी नहीं था। उन्होंने आगे कहा कि जब पूरा देश इस हमले में शामिल लोगों के खिलाफ काररवाई की मांग कर रहा था, तभी भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, लेकिन अचानक युद्धविराम की घोषणा कर दी गई।
क्या कांग्रेस प्रधानमंत्री से जवाब मांगेगी, इस सवाल पर तिवारी ने कहा, ‘निश्चित रूप से, जब पुरस्कार लेने की बात होती है तो प्रधानमंत्री आगे होते हैं। जब 26 कीमती जानें जा चुकी हैं तो प्रधानमंत्री को इस पर भी जवाब देना होगा।’
युद्ध विराम के ट्रंप के दावे पर पीएम मोदी की चुप्पी बेहत चौंकाने वाली
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 22 बार दावा किया है कि उन्होंने युद्धविराम करवाया है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के दावों का एक बार भी खंडन नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप के 22 बार किए गए दावों पर प्रधानमंत्री मोदी की रहस्यमयी चुप्पी बेहद चौंकाने वाली है।’
हमले के लिए कौन जिम्मेदार
प्रमोद तिवारी ने सवाल किया कि वे खूंखार आतंकवादी कहां हैं? क्या उन्हें धरती ने निगल लिया है या आसमान ने? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? उन्होंने कहा, ‘हमारी चिंता यह है कि पहलगाम में खुफिया और सुरक्षा चूक क्यों हुई, इसके लिए कौन जिम्मेदार है और नैतिक रूप से कौन जिम्मेदार है और वे आतंकवादी कहां हैं? हमें उम्मीद है कि सरकार हमारे द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा की अनुमति देगी। उन्होंने कहा, ‘हम निश्चित रूप से इस बात का जवाब मांगेंगे कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई।’
बिहार में मतदाता सूची का SIR लोकतंत्र के लिए खतरा
बिहार में मतदाता सूची के मुद्दे पर प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि इससे पहले हरियाणा और महाराष्ट्र में लोकतंत्र की ‘हत्या’ की गई थी और अब बिहार में जो कुछ सामने आ रहा है, वह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ‘बिहार में मतदाता सूची का SIR लोकतंत्र के लिए खतरा है।’ उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
