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तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने हिन्दी के विरोध में अब बजट से हटा दिया ‘₹’ वाला सिंबल

तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने हिन्दी के विरोध में अब बजट से हटा दिया ‘₹’ वाला सिंबल

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चेन्नई, 13 मार्च। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री व डीएमके नेता एमके स्टालिन ने राज्य में हिन्दी विरोध की राजनीति करते हुए नया सियासी पैंतरा आजमाया है। इस क्रम में तमिलनाडु सरकार ने अपने बजट की कॉपी से रुपये के सिंबल ‘₹’ को हटा दिया। बजट की कॉपी में रुपये को तमिल लिपी के चिह्न ரூ से बदल दिया गया है, जिसका अर्थ देवनागरी में ‘रु’ लिखा जाता है।

उल्लेखनीय है कि हिन्दी में रुपये को शॉर्ट फॉर्म में भी ‘रु.’ ही लिखा जाता है। भारतीय रुपया चिह्न ‘₹’ को भारत सरकार ने 15 जुलाई 2010 को अपनाया था, तब केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी और पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे। ₹ चिह्न को आईआईटी बॉम्बे के पीजी स्टूडेंट डी. उदय कुमार ने डिजाइन किया था, जो तमिलनाडु से हैं। उदय कुमार डीएमके के विधायक रह चुके एन. धर्मलिंगम के बेटे हैं।

दरअसल, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन और उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन ने हिन्दी और संस्कृत के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के त्रिभाषा फॉर्मूले से शुरू हुए विवाद को हिन्दी-तमिल विवाद में बदलने की कोशिश की जा रही है। पिछले दिनों स्टालिन ने एक बयान में दावा किया था कि केंद्र सरकार तमिलनाडु में हिन्दी थोपना चाहती है, ताकि तमिल भाषा को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा था कि हिन्दी के कारण उत्तर भारत की 25 भाषाएं खत्म हो गई हैं।

संसद में इस मुद्दे पर टकराव हो चुका है

हिन्दी-तमिल विवाद पर तमिलनाडु में भाजपा और डीएमके आमने-सामने हैं। इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई और उदयनिधि मारन के बीच कहासुनी हो चुकी है। तमिलनाडु के द्रविड़ राजनीति में हिन्दी विरोध बड़ा हथियार माना जाता है और स्टालिन 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले इसे हवा दे रहे हैं। इस मुद्दे पर संसद में भी डीएमके और केंद्र सरकार के मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बीच टकराव हो चुका है।

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