राजनाथ सिंह ने तवांग में ‘देश का वल्लभ’ प्रतिमा और मेजर ‘बॉब’ खथिंग वीरता संग्रहालय राष्ट्र को किया समर्पित
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए अरुणाचल प्रदेश के तवांग में सरदार वल्लभभाई पटेल की ‘देश का वल्लभ’ प्रतिमा और मेजर रालेंग्नाओ ‘बॉब’ खथिंग ‘वीरता संग्रहालय’ राष्ट्र को समर्पित किया। उन्हें तवांग जाना था, लेकिन खराब मौसम के कारण नहीं जा सके।
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में जमीनी स्थिति को बहाल करने के लिए भारत और चीन के व्यापक सहमति का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘हमारा प्रयास इस मामले को अग्रिम मोर्चों पर तैनानी खत्म करने से आगे ले जाने का है, लेकिन इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा।’
Speaking at the e-inauguration of Major Bob Khathing Museum in Tawang. https://t.co/HCsaUYTOrR
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 31, 2024
लौह पुरुष सरदार पटेल की जयंती पर अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि
राजनाथ सिंह ने भारत के लौह पुरुष के रूप में जाने जाने वाले सरदार पटेल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने स्वतंत्रता के बाद 560 से अधिक रियासतों को एकजुट करने में सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा, “उनकी यह उपलब्धि एकीकृत भारत के लिए उनके अदम्य संकल्प और प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में खड़ी है। ‘देश का वल्लभ’ प्रतिमा लोगों को एकता में ताकत और हमारे जैसे विविधतापूर्ण राष्ट्र के निर्माण के लिए आवश्यक अटूट भावना की याद दिलाते हुए हमें प्रेरित करेगी।”
Virtually inaugurated ‘Desh ka Vallabh’ statue of Sardar Vallabhbhai Patel and Major Ralengnao ‘Bob’ Khathing ‘Museum of Valour’ at Tawang from Tezpur.
Major Khathing not only led the peaceful integration of Tawang into India but also established essential military and security… pic.twitter.com/HDceex8y6h
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 31, 2024
राष्ट्रीय सुरक्षा में मेजर बॉब खथिंग के अमूल्य योगदान को याद किया
रक्षा मंत्री ने मेजर बॉब खथिंग को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। एक असाधारण व्यक्ति खथिंग ने पूर्वोत्तर क्षेत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा में अमूल्य योगदान दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मेजर खथिंग ने न केवल भारत में तवांग के शांतिपूर्ण एकीकरण का नेतृत्व किया, बल्कि सशस्त्र सीमा बल, नगालैंड सशस्त्र पुलिस और नगा रेजिमेंट सहित आवश्यक सैन्य और सुरक्षा ढांचे की स्थापना भी की। ‘शौर्य संग्रहालय’ अब उनकी बहादुरी और दूरदर्शिता को श्रद्धांजलि के रूप में खड़ा है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।
Hon’ble Raksha Mantri Shri @rajnathsingh Ji virtually flagged off the Run for Unity at Tawang, marking Rashtriya Ekta Diwas in the presence of Hon’ble Governor of Arunachal Pradesh Lt Gen KT Parnaik Ji (Retd), Hon’ble CM of Manipur Shri @NBirenSingh Ji, and Union Minister of… pic.twitter.com/PnYGnORmAM
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) October 31, 2024
राजनाथ सिंह ने क्षेत्र की प्रगति में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और असम व तवांग को जोड़ने वाली सेला सुरंग का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे प्रोजेक्ट पूरे नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र, खासकर सीमावर्ती इलाकों को जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाएगा। दो हजार किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग इस क्षेत्र के साथ-साथ पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक और आर्थिक संपत्ति साबित होगा।
Today marks a historic occasion with Hon Raksha Mantri Shri @rajnathsingh Ji virtually dedicating the ‘Major Ralengnao Bob Khathing Museum of Valour’ in Tawang to the nation. This museum stands as a tribute to Major Bob Khathing, whose expedition in 1951 secured Tawang and… pic.twitter.com/vNu85cZrw2
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) October 31, 2024
इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) केटी परनायक, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चौना मीन और मेजर बॉब खथिंग के परिवारजन उद्घाटन स्थल पर मौजूद रहे।
वहीं थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (पूर्वी कमान) लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी, जीओसी 4 कोर लेफ्टिनेंट जनरल गंभीर सिंह और अन्य वरिष्ठ नागरिक और सैन्य अधिकारी रक्षा मंत्री के साथ इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए।