कांग्रेस के लिए महिला नेताओं का समर्थन करने का अवसर है महिला आरक्षण अधिनियम : राहुल गांधी
नई दिल्ली, 15 सितम्बर। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि महिला आरक्षण अधिनियम कांग्रेस के लिए स्थापित एवं महत्वाकांक्षी महिला नेताओं को बढ़ावा देने और उनका समर्थन करने का अवसर है। उन्होंने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस (एआईएमसी) की 40वीं वर्षगांठ पर अपने संदेश में कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान उन्होंने पूरे भारत की ऐसी उल्लेखनीय महिलाओं से मुलाकात की जो बदलाव के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
"I hope the AIMC continues to work towards ensuring greater political participation of women across caste, class and religious lines. Lastly, I salute your dedication to a cause greater than yourself, and wish the AIMC the very best in its future endeavours."
Here is the letter… pic.twitter.com/E9kaf5duJo— Congress (@INCIndia) September 15, 2024
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कइयों में समाज में दूरगामी बदलाव लाने का जुनून, दृढ़ता और प्रतिबद्धता दिखी। अन्याय के खिलाफ कुछ सबसे उग्र और निडर आवाजें महिलाओं की थीं।’’ उन्होंने कहा कि आज के दौर में महिलाओं को सार्वजनिक जीवन में सार्थक अवसरों से वंचित करने का कोई कारण नहीं है। गांधी ने महिला कांग्रेस की पूर्व एवं वर्तमान नेताओं तथा सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने इस संगठन को एक-एक ईंट जोड़कर खड़ा किया है।
उन्होंने कहा कि 1984 के ‘बैंगलोर अधिवेशन’ के बाद से एआईएमसी ने एक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने कहा कि पिछले चार दशक में एआईएमसी न्याय के लिए एक निडर आवाज रही है और इसने खुद को कांग्रेस के सबसे सक्रिय अग्रणी संगठनों में से एक के रूप में मजबूती से स्थापित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहली बार राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू करने के लिए एआईएमसी को इस अवसर पर बधाई देना चाहता हूं।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आमतौर पर महिलाओं के खिलाफ खड़ी व्यवस्था में आपमें से हर एक के लिए महत्वपूर्ण है कि आप सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ताकत के अपने उचित हिस्से के लिए लड़ें और उस पर अपना दावा करें। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि सदस्यता अभियान के बाद अखिल भारतीय नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण अधिनियम कांग्रेस के लिए स्थापित एवं महत्वाकांक्षी महिला नेताओं की पहचान करने, उन्हें बढ़ावा देने और उनका समर्थन करने का एक अवसर है। गांधी ने कहा, ‘‘हमने 73वें और 74वें संशोधन द्वारा लाए गए क्रांतिकारी बदलाव को देखा है। इससे हमें और अधिक करने की प्रेरणा मिलनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि एआईएमसी हर जाति, वर्ग और धर्म की महिलाओं की अधिकाधिक राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना जारी रखेगी। अंतत:, मैं इस उद्देश्य के प्रति आपके समर्पण को सलाम करता हूं और एआईएमसी को उसके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बधाई और शुभकामनाएं। आपका अथक परिश्रम भारत की महिलाओं को सशक्त बनाने में एक अहम भूमिका निभा रहा है।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘उनके सम्मान, समानता और सुरक्षा के लिए आपके संघर्ष और समर्पण को सलाम है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ‘‘आधी आबादी को पूरा हक’’ मिलना एक संवैधानिक दायित्व है जिसके लिए कांग्रेस पार्टी पूर्णतः प्रतिबद्ध है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हमारे देश की नारी शक्ति ने आजादी की लड़ाई से लेकर अंतरिक्ष की उड़ान तक राष्ट्र निर्माण में बराबरी का अपना योगदान दिया है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह सड़क से लेकर संसद तक हमारी महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करे और महिला असुरक्षा, कार्यस्थल भागीदारी, महंगाई, बेरोजगारी, समाजिक शोषण, असमानता और स्त्री द्वेषी मानसिकता के खिलाफ मजबूती से लड़े।’’ गांधी ने कहा, ‘‘महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्त्ताओं को बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं।’’