गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में त्रिपुरा के दो अलगाववादी संगठनों से हुआ समझौता
नई दिल्ली, 4 सितम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में बुधवार को यहां भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (ATTF) के प्रतिनिधियों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, गृह मंत्रालय और त्रिपुरा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और दोनों संगठनों के नेता उपस्थित रहे।
A new milestone is set today in Tripura's ongoing journey towards peace and progress with the signing of an agreement between the Govt. of India, the Govt. of Tripura, the National Liberation Front of Tripura (NLFT), and the All-Tripura Tiger Force (ATTF).
The NLFT and the ATTF… pic.twitter.com/rRxAjaQNYz
— Amit Shah (@AmitShah) September 4, 2024
समझौते के साथ ही दोनों संगठनों के 328 कार्यकर्ता मुख्यधारा में शामिल होंगे
इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि आज समझौते के साथ ही दोनों संगठनों के 328 कार्यकर्ता मुख्यधारा में शामिल होंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि केंद्र सरकार समझौते का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करेगी। सरकार क्षेत्र के विकास और अलगाव के कारणों को जड़ से मिटाने की दिशा में काम करेगी। सरकार ने क्षेत्र के विकास के लिए 2500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे आदिवासी क्षेत्र का विकास होगा।
Tripura takes another step towards peace and prosperity with the signing of the agreement between the Government of India, Government of Tripura, National Liberation Front of Tripura, and All Tripura Tiger Force.
https://t.co/EZKhVM1vy1— Amit Shah (@AmitShah) September 4, 2024
मोदी सरकार ने हर समझौते का अक्षरशः पालन किया है : शाह
अमित शाह ने कहा, ‘मोदी सरकार ने हर समझौते का अक्षरशः पालन किया है। हमने हृदय की भावना से समझौतों को जमीन पर उतारा है। इसका परिणाम है कि मुख्यधारा में लोग जुड़ रहे हैं विकास में भागीदार बन रहे हैं। मोदी सरकार संवाद और शांति के माहौल में सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर के लिए काम कर रही है। सरकार रोड, रेल और विमान के अलावा दिलों की दूरियां भी कम करने के लिए काम कर रही है।’
35 वर्षों से चला आ रहा गतिरोध इस समझौते से होगा समाप्त
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर में शांति और समृद्धि बहाल करने के लिए 12 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से तीन त्रिपुरा राज्य से संबंधित हैं। मोदी सरकार के इन समझौतों के कारण लगभग 10 हजार लोग हथियार छोड़ कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस समझौते से 35 वर्षों से चला आ रहा गतिरोध समाप्त होगा।