महाराष्ट्र : तानाजी सावंत के बयान पर मचा बवाल, अजित पवार की NCP ने दी सरकार से हटने की धमकी
मुंबई, 30 अगस्त। महाराष्ट्र की महायुति गठबंधन सरकार में पिछले कुछ दिनों से जारी खटपट के बीच शिंदे सेना के नेता और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के एक बयान ने ऐसा बवाल मचाया कि अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शुक्रवार को सरकार से हटने व अपना समर्थन वापस लेने की धमकी डे डाली। तानाजी ने कहा था कि कैबिनेट बैठकों में जब भी वह NCP मंत्रियों के साथ बैठते हैं तो उल्टियां करने का मन होने लगता है।
ताना जी बोले थे – ‘एनसीपी नेताओं के साथ बैठने पर उल्टी आने लगती है‘
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि वह एक कट्टर शिव सैनिक हैं और NCP के नेताओं के साथ उनकी कभी नहीं बनी। सावंत ने कहा, ‘भले ही कैबिनेट बैठकों में हम एक-दूसरे के बगल में बैठते हों, लेकिन बाहर आने के बाद मुझे उल्टी सी आने लगती है।’ उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की अगुआई वाली NCP राज्य में सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन में साझेदार हैं।
NCP प्रवक्ता ने कहा – ‘गठबंधन में अब सावंत रहेंगे या हमारी पार्टी‘
इस बीच एनसीपी प्रवक्ता उमेश पाटिल ने कहा, ‘या तो सावंत महायुति कैबिनेट में रहेंगे या हमारी पार्टी। यदि उन्हें तुरंत बर्खास्त नहीं किया गया, तो हम सरकार छोड़ देंगे। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार को भी तुरंत मंत्रिमंडल छोड़ देना चाहिए।’
कैबिनेट मीटिंग में शामिल नहीं होंगे NCP के मंत्री
उमेश पाटिल ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सावंत पर कोई फैसला नहीं ले लेते, तब तक उप मुख्यमंत्री अजीत पवार किसी भी कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होंगे। पाटिल ने कहा, ‘हमारे पार्टी अध्यक्ष के अलावा, हमारे सभी मंत्रियों को सावंत को बर्खास्त किए जाने तक कैबिनेट बैठकों का बहिष्कार करना चाहिए। हम सावंत की माफी या बयान को भी स्वीकार नहीं करेंगे कि उन्हें गलत तरीके से पेश किया गया। हम उन्हें तुरंत बाहर करना चाहते हैं।’
वहीं राज्य एनसीपी प्रमुख सुनील तटकरे ने कहा, ‘तानाजी सावंत कौन हैं? भाजपा और उसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे शीर्ष नेताओं ने लंबे विचार विमर्श के बाद हमें गठबंधन का हिस्सा बनाया है।’
उल्टी की समस्या का ‘इलाज‘ सिर्फ सीएम के पास
NCP प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकरी ने भी सावंत के बयान की निंदा की और सवाल किया कि गठबंधन को बरकरार रखने की जिम्मेदारी क्या केवल उनकी पार्टी की है। उन्होंने कहा, “सावंत ने पहले भी ऐसी टिप्पणियां की हैं, जिनसे NCP को ठेस पहुंची है। हम केवल गठबंधन धर्म की खातिर चुप हैं। उल्टी आने की उनकी समस्या का ‘इलाज’ केवल मुख्यमंत्री ही कर सकते हैं।”
शरद पवार की NCP ने ली चुटकी – अजित पवार ने खो दिया है सम्मान
दूसरी तरफ सावंत के बयान पर शरद पवार की NCP ने भी चुटकी लेने का मौका नहीं छोड़ा। NCP (शरदचंद्र पवार) के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि अजित पवार ने अपना सारा सम्मान खो दिया है और शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के भीतर बेचैनी बढ़ रही है।
तापसे ने इस बात पर हैरानी जताई कि अजित पवार की पार्टी इस तरह का अपमान कैसे बर्दाश्त कर सकती है? तापसे ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि अजित दादा, जिनका कभी NCP में बहुत सम्मान था, सत्ता के लिए अपने आत्मसम्मान से समझौता करेंगे।’ उन्होंने शरद पवार की पार्टी से अलग होने के अजित पवार के फैसले की भी आलोचना की और इस कदम की कीमत पर सवाल उठाया, जिससे राजनीतिक लाभ के बजाय सार्वजनिक अपमान हुआ।