दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत छत्रसाल स्टेडियम में फहराएंगे राष्ट्रीय ध्वज, एलजी ने किया नामित
नई दिल्ली, 13 अगस्त। दिल्ली के उप राज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और राज्य के गृह मंत्री कैलाश गहलोत को राज्य स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए नामित कर दिया। राज निवास के अधिकारियों ने देर शाम इस आश की जानकारी दी।
यह घटनाक्रम दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) द्वारा अपने मंत्री गोपाल राय के उस निर्देश का पालन करने से इनकार करने के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसमें शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा दिल्ली प्रदेश के स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था।
उप राज्यपाल के सचिव आशीष कुंद्रा ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को लिखित संदेश में कहा, ‘उप राज्यपाल जीएनसीटीडी के गृह मंत्री कैलाश गहलोत को छत्रसाल स्टेडियम में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए नामित करते हुए प्रसन्न हैं। तदनुसार आवश्यक व्यवस्था की जाए।’
सीएम केजरीवाल की इच्छा थी कि मंत्री आतिशी झंडारोहण करें
फिलहाल आतिशी समेत दिल्ली सरकार के कई वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने के फैसले से AAP और एलजी सचिवालय के बीच एक और टकराव की आशंका है। AAP ने दावा किया कि जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि आतिशी उनकी अनुपस्थिति में तिरंगा फहराएं, जबकि एलजी कार्यालय ने कहा है कि न्यायिक हिरासत में बंद केजरीवाल की ओर से कोई पत्र नहीं मिला है।
सीएम केजरीवाल का स्वतंत्रता दिवस पर आतिशी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए अधिकृत करना अवैध : GAD
यहां तक कि जीएडी ने भी कहा कि मुख्यमंत्री अपनी ओर से मंत्री आतिशी को ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं कर सकते। पिछले सप्ताह एलजी को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री आतिशी उनकी जगह राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी। लेकिन तिहाड़ जेल अधिकारियों ने केजरीवाल को सूचित किया कि LG सक्सेना को लिखा गया उनका पत्र दिल्ली जेल नियमों के तहत उन्हें दिए गए ‘विशेषाधिकारों का दुरुपयोग’ है और इसलिए इसे अभिभाषक को नहीं भेजा गया।
मनीष सिसोदिया ने LG पर तुच्छ राजनीति करने का लगाया आरोप
हालांकि इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘आप’ के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने उप राज्यपाल वीके सक्सेना पर हमला बोला और कहा कि यह ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’ है कि स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर ‘ऐसी तुच्छ राजनीति’ की जा रही है।
ठग सुकेश के जेल से लिखे पत्र में कोई खामी नहीं दिखाई दी थी
अरविंद केजरीवाल के पूर्व उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, ‘मैंने अखबारों में पढ़ा है कि जब ठग सुकेश पत्र लिखता है तो तिहाड़ प्रशासन उसे विधिवत रूप से उप राज्यपाल कार्यालय को सौंप देता है। उप राज्यपाल भी उस पर तुरंत काररवाई करते हैं। लेकिन, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री पत्र लिखते हैं तो उप राज्यपाल तिहाड़ के अधिकारियों से कहते हैं कि वे उसे उन्हें न भेजें।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘निर्वाचित सरकार या किसी भी मंत्री को झंडा फहराना चाहिए। मुझे इसमें कोई कठिनाई नहीं दिखती।’