मॉस्को में भारतीय समुदाय से बोले पीएम मोदी – पेरिस ओलम्पिक में भी भारतीय खिलाड़ी अपना दम दिखाएंगे,
मॉस्को, 9 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टी20 विश्व कप क्रिकेट में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए मंगलवार को विश्वास जताया कि पेरिस ओलंपिक में भी भारतीय खिलाड़ी अपना दम दिखाएंगे। यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं के आत्मविश्वास को भारत की ‘असली पूंजी’ करार दिया और कहा कि यही युवा शक्ति देश को 21वीं सदी की नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने का सबसे बड़ा सामर्थ्य रखती है।
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय के लोगों से कहा कि निश्चित तौर पर उन्होंने भी भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 विश्व कप क्रिकेट का फाइनल मुकाबला देखा होगा और जीत का जश्न भी मनाया होगा। उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप जीतने की असली कहानी जीत की यात्रा भी है। आज का युवा और आज का युवा भारत आखिरी बॉल तक और आखिरी पल तक हार नहीं मानता है। और विजय उन्हीं के चरण चूमती है जो हार मानने को तैयार नहीं होते हैं।’’
भारत ने बारबेडोस में संपन्न हुए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को पराजित कर अपना दूसरा टी20 विश्व कप जीता और आईसीसी ट्रॉफी का 11 साल का इंतजार खत्म किया। भारत ने पिछला आईसीसी खिताब 2013 में जीता था जब उसने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी। भारत की इस जीत का जश्न देशभर में मनाया गया। भारत पहुंचने पर खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत हुआ।
प्रधानमंत्री ने भी खिलाड़ियों से मुलाकात की थी। इसके बाद भारतीय टीम के स्वागत के लिए मुंबई में विजय जुलूस (विक्ट्री परेड) भी निकाला गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भावना सिर्फ क्रिकेट तक ही सीमित नहीं है बल्कि दूसरे खेलों में भी दिख रही है। पिछले 10 सालों में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार पेरिस ओलंपिक में भी भारत की तरफ से एक शानदार टीम भेजी जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप देखिएगा, पूरी टीम… सारे खिलाड़ी कैसे अपना दम दिखाएंगे। भारत की युवा शक्ति का यही आत्मविश्वास भारत की असली पूंजी है। और यही युवा शक्ति भारत को 21वीं सदी की नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने का सबसे बड़ा सामर्थ्य रखती है।’’ पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच खेले जायेंगे। भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तोक्यो ओलंपिक में रहा है जिसमें भालाफेंक में नीरज चोपड़ा के ऐतिहासिक स्वर्ण समेत सात पदक जीते। भारत के 100 से अधिक खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है जिसमें 21 निशानेबाज हैं।