1. Home
  2. हिन्दी
  3. राजनीति
  4. दिल्ली में जल संकट पर AAP सरकार की हरियाणा से अपील – ‘मानवीय आधार पर पानी छोड़ें’
दिल्ली में जल संकट पर AAP सरकार की हरियाणा से अपील – ‘मानवीय आधार पर पानी छोड़ें’

दिल्ली में जल संकट पर AAP सरकार की हरियाणा से अपील – ‘मानवीय आधार पर पानी छोड़ें’

0
Social Share

नई दिल्ली, 15 जून। राष्ट्रीय राजधानी में अभूतपूर्व जल संकट के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने हरियाणा से मानवीय आधार पर यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने का आग्रह किया है। दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

आतिशी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुनक नहर और वजीराबाद जल शोधन संयंत्र में पानी की कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी में शोधित जल का उत्पादन करने में सात करोड़ गैलन प्रतिदिन (MGD) पानी की कमी आ गई है। उन्होंने कहा कि छह जून को दिल्ली में सामान्य रूप से जल उत्पादन लगभग 1,002 MGD था जो अशोधित जल की कमी के कारण शुक्रवार को घटकर 932 MGD रह गया।

उन्होंने कहा, ‘दिल्ली सरकार ने मानवीय आधार पर हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने की अपील की है, जिससे दिल्ली में पानी की किल्लत को कम किया जा सके।’ गर्मी कम होने के बाद यमुना के जल के बंटवारे से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है। उन्होंने बताया कि हरियाणा से अपर्याप्त जल प्रवाह के कारण दिल्ली में शोधित जल का उत्पादन घटकर 932 MGD रह गया है।

आतिशी ने कहा कि वजीराबाद बैराज का जलस्तर छह फुट घटकर 668.5 फुट हो गया है तथा मुनक नहर से मिलने वाला पानी घटकर 902 क्यूसेक रह गया है। उन्होंने कहा कि वजीराबाद बैराज में जलस्तर 674.5 फुट रहना चाहिए, लेकिन अभी यह केवल 668.5 फुट है। वजीराबाद बैराज में पानी लगभग खत्म हो चुका है और बिल्कुल भी पानी नहीं आ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘दूसरी तरफ मुनक नहर से भी दिल्ली को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। दस जून को मुनक नहर से दिल्ली को 925 क्यूसेक पानी मिला था, जो 11 जून को घटकर 919 क्यूसेक, 12 जून को घटकर 913 क्यूसेक, 13 जून को घटकर 906 क्यूसेक और 15 जून को घटकर 902 क्यूसेक रह गया है।’

UYRB की बैठक में जल संकट का कोई समाधान नहीं निकल सका

AAP नेता ने कहा कि शुक्रवार को ऊपरी यमुना नदी बोर्ड (UYRB) की बैठक में दिल्ली में जल संकट का कोई समाधान नहीं निकल सका। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश अपने द्वारा इस्तेमाल नहीं किया गया पानी दिल्ली को देने के लिए तैयार है। मंत्री ने कहा, ‘मैंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात की और उन्होंने मुझे सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि UYRB को जो भी मदद और कागजातों की जरूरत है, वह उपलब्ध कराया जाएगा।’

जिन इलाकों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही, वहां टैंकर बढ़ाने का निर्णय

आतिशी ने कहा कि शनिवार को दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिन इलाकों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है, उनका पता लगाया जाए तथा पानी के टैंकर की संख्या बढ़ाई जाए। वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर जल-संकट वाले क्षेत्रों में लगभग 10,000 फेरे लगा रहे हैं और प्रतिदिन 10 MGD पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बवाना, द्वारका और नांगलोई जैसे कुछ अन्य क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए आपातकालीन ट्यूबवेल लगाए गए हैं।

दिल्लीवासियों से पानी बचाने की अपील

आतिशी ने साथ ही दिल्लीवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे पानी का प्रयोग बेहद ही सावधानी और सोच समझकर करें।  जिन इलाकों में पानी आ रहा है, वहां के लोग कम से कम पानी का प्रयोग करेंगे तो जहां पानी नहीं पहुंच पा रहा है, वहां पानी पहुंचाया जा सकेगा।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code