बिहार में अब तक फंसा है पेंच, RJD ने सीटों को लेकर कांग्रेस को दी चेतावनी
पटना, 25 मार्च। बिहार में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में सीट बंटवारे को लेकर अब तक पेंच फंसा हुआ है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कांग्रेस को सीधे चेतावनी देते हुए कहा है कि जो सीटें दी जा रही है, यदि वे मंजूर नहीं हैं तो आप अपना फैसला लेने के लिए आजाद हैं।
‘जो सीटें दी जा रही हैं, उनपर मान जाइए, अन्यथा आप आजाद हैं‘
सूत्रों के मुताबिक राजद ने कांग्रेस को समस्तीपुर, सासाराम, पटना साहिब, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा और किशनगंज के रूप में छह सीटें देने का मन बनाया है। लेकिन कांग्रेस नौ सीटों से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में राजद की ओर से कांग्रेस के नेताओं को साफ-साफ कह दिया गया है कि यदि आपको ये सीटें मंजूर नहीं हैं तो आप अपने मन मुताबिक चुनाव मैदान में जाने के लिए आजाद हैं।
कांग्रेस जरूरत से ज्यादा सीटें मांग रही है – शिवानंद तिवारी
राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने पटना में मीडिया से से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी जरूरत से ज्यादा सीटों की मांग कर रही है, जिसकी वजह से सीट बंटवारे में दिक्कत सामने आ रही है। महागठबंधन में राजद बड़े भाई की भूमिका में है और उसकी ताकत के सहारे महागठबंधन को निकलना है।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस बिहार में अपनी क्षमता से ज्यादा लोकसभा सीटें मांग रही हैं। कांग्रेस को राजद के मजबूत कंधों के सहारे ही चुनाव में सफलता मिलनी है। उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस पार्टी का आधार कमजोर है। इसलिए उसे अपनी क्षमता के अनुसार ही लोकसभा सीटें मांगनी चाहिए। राजद के कंधे पर ही महागठबंधन को जीत दिलाने की जिम्मेदारी है। लिहाजा कांग्रेस अपने जनाधार को देखकर ही सीट मांगे तो बेहतर होगा।
औरंगाबाद, बेगूसराय, कटिहार और पूर्णिया को लेकर सबसे पहले उलझा मामला
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और राजद में सीट बंटवारे का सबसे पहले औरंगाबाद, बेगूसराय, कटिहार और पूर्णिया को लेकर पेंच फंसा। कांग्रेस ने जहां-जहां दबाव बनाया, लालू यादव ने बिना सीट बंटवारे का अपना उम्मीदवार उतार दिया। कांग्रेस औरंगाबाद में निखिल कुमार को उतारने की तैयारी कर रही थी। उससे पहले लालू यादव ने औरंगाबाद में अपने सिंबल पर अभय कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया। फिर कांग्रेस बेगूसराय से कन्हैया कुमार को चुनाव लड़ाना चाहती थी। उससे पहले लालू यादव ने यह सीट भाकपा को दे दी।
वहीं, पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए किया। उससे पहले पूर्णिया सीट पर भी राजद ने बीमा भारती को अपना उम्मीदवार बना दिया। कटिहार सीट से कांग्रेस तारिक अनवर को चुनाव लड़ाना चाहती है, लेकिन जानकारी के मुताबिक राजद और भाकपा-माले के बीच जल्द ही समझौता हो जाएगा।
यह सीट राजद या भाकपा-माले दोनों में से किसी एक के खाते में जाएगी। ऐसे में अब कांग्रेस के सामने इन सीटों को लेने का अलावा कोई और चारा नही है। अंततः कांग्रेस को अकेले चलने की राह अपनानी पड़ सकती है।