इसरो को मिली बड़ी कामयाबी, दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले पुष्पक विमान का हुआ सफल परीक्षण
नई दिल्ली, 22 मार्च। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग के पास चल्लकेरे में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) से ‘पुष्पक’ नामक अपने पुन: प्रयोज्य लॉन्च वाहन (आरएलवी) के लैंडिंग मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। प्रक्षेपण स्थल पर इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अंतरिक्ष संगठन ने एक्स पर लिखा, “इसरो ने एक बार फिर कमाल किया! पुष्पक (आरएलवी-टीडी), पंखों वाला वाहन, ऑफ-नोमिनल स्थिति से मुक्त होने के बाद रनवे पर सटीकता के साथ स्वायत्त रूप से उतरा।” पुष्पक का प्रक्षेपण अंतरिक्ष पहुंच को अधिक किफायती और टिकाऊ बनाने की दिशा में भारत का साहसिक प्रयास है।
इसरो ने कहा, “पुष्पक को भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा उठाया गया और 4.5 किमी की ऊंचाई से छोड़ा गया। रनवे से 4 किमी की दूरी पर छोड़े जाने के बाद, पुष्पक स्वचालित रूप से क्रॉस-रेंज सुधारों के साथ रनवे के पास पहुंचा। यह रनवे पर ठीक से उतरा और आया अपने ब्रेक पैराशूट, लैंडिंग गियर ब्रेक और नोज व्हील स्टीयरिंग सिस्टम का उपयोग करके इसे रोक दिया गया।”
एसआरओ ने भारत के पहले पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान ‘पुष्पक’ को सफलतापूर्वक उतारा। अंतरिक्ष संगठन ने एक्स पर लिखा, “इसरो ने एक बार फिर कमाल किया! पुष्पक (आरएलवी-टीडी), पंखों वाला वाहन, ऑफ-नोमिनल स्थिति से मुक्त होने के बाद रनवे पर सटीकता के साथ स्वायत्त रूप से उतरा।”