केपटाउन टेस्ट की पूर्व संध्या पर बोले कप्तान रोहित शर्मा – टेस्ट क्रिकेट अब भी वास्तविक चुनौती, इसे बचाए रखने की जरूरत
केपटाउन, 2 जनवरी। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को बचाए रखना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सदस्य देशों का कर्तव्य है क्योंकि यह अब भी इस खेल का सर्वोच्च प्रारूप है और क्रिकेट के दीर्घकालिक संस्करण में ही वास्तविक चुनौती का सामना भी करना पड़ता है। दक्षिण अफ्रीका के साथ यहां बुधवार से खेले जाने वाले दूसरे व अंतिम क्रिकेट टेस्ट की पूर्व संध्या पर मीडिया कॉन्फ्रेंस में रोहित ने यह टिप्पणी की।
उल्लेखनीय है कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने अपने शीर्ष खिलाड़ियों को एसए20 लीग में खेलने की अनुमति देकर न्यूजीलैंड के दौरे के लिए दूसरी श्रेणी की टेस्ट टीम का चयन किया है। उस टीम में सात खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेली है।
एसए20 की फ्रेंचाइजी टीमों का स्वामित्व आईपीएल टीमों के मालिकों के पास है तथा फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता देने के फैसले की विश्व क्रिकेट में कड़ी आलोचना हो रही है। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के फैसले के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा, ‘मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट अब भी वास्तविक चुनौती है और हम चाहते हैं कि इस प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें, लेकिन हर किसी की अपनी समस्याएं हैं, जिनसे उन्हें निबटना है और उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि इसके पीछे कुछ कारण हैं।’
रोहित ने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि इसके (दक्षिण अफ्रीका का शीर्ष खिलाड़ियों का चयन नहीं करना) पीछे क्या कारण हैं। टेस्ट क्रिकेट में आप चाहते हैं कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चयन के लिए उपलब्ध रहें, लेकिन मैं नहीं जानता कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका में आपस में क्या बातचीत हुई। जहां तक मेरा मानना है तो टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देनी चाहिए। इसमें आपको हर दिन चुनौती का सामना करना पड़ता है।’
उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट का हम सभी को बचाव करना चाहिए। यह एक या दो देशों की नहीं बल्कि क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों की जिम्मेदारी है।’ उल्लेखनीय है कि सेंचुरियन में पिछले हफ्ते खेला गया पहला टेस्ट भारत ने तीन दिनों में एक पारी व 32 रनों से गंवा दिया था। उसके पहले दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी जबकि एक दिनी सीरीज भारत ने 2-1 से जीती थी।