COP28 समिट में बोले पीएम मोदी – मानवता के कल्याण के लिए सार्वभौमिक भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक
दुबई, 1 दिसम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज ऑन क्लाइमेट (COP28) के दौरान शुक्रवार को यहां विश्व पर्यावरण काररवाई शिखर सम्मेलन वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट के उद्घाटन सत्र में सामूहिक प्रयासों पर बल देते हुए कहा कि मानवता के कल्याण के लिए इस मुद्दे पर सभी के हित और सार्वभौमिक भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विश्वभर के नेताओं को भारत के 140 करोड़ लोगों की ओर से शुभकामनाएं दी और कहा कि भारत जलवायु न्याय, जलवायु वित्त और ग्रीन क्रेडिट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का निरंतर समर्थन करता है।
वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारत की हिस्सेदारी 4% से नीचे
प्रधानमंत्री ने भारत के विकास मॉडल तथा अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी तंत्र के बीच संतुलन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की 17 प्रतिशत आबादी का घर है, लेकिन वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में उसकी हिस्सेदारी चार प्रतिशत से नीचे बनी हुई है।
भारत एडीसीलक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में बढ़ रहा
उन्होंने कहा कि भारत अपना नेशनल डिटरमाइंड कंट्रीब्यूशन (एडीसी) लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में बढ़ रहा है। वह उत्सर्जन घटाने का लक्ष्य 11 वर्ष पहले और गैर खनिज ईंधन का लक्ष्य नौ वर्ष पहले प्राप्त कर लेगा। इसके महत्वाकांक्षी लक्ष्यों में वर्ष 2030 तक 30 प्रतिशत उत्सर्जन घटाने और वर्ष 2070 तक गैर खनिज ईंधन की हिस्सेदारी बढाकर 50 प्रतिशत करने और नेट जीरो उत्सर्जन शामिल है।
दुनिया के सामने ग्रीन क्रेडिट पहल का प्रस्ताव रखा
प्रधानमंत्री ने ग्रीन क्रेडिट पहल का भी प्रस्ताव किया। इसमें व्यवसायिक पहल से अलग आम जनता को कार्बन क्रेडिट देने का प्रस्ताव किया गया है। इससे कार्बन उत्सर्जन से जुडे मुद्दों के सम्बंध में आम जनता की भागीदारी बढ़ेगी। उन्होंने विश्व नेताओं से निजी हितों से आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए संतुलित, जलवायु वित्त और प्रौद्योगिकियों आदि को लेकर संतुलित नीति अपनानी चाहिए।
इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने प्रधानमंत्री का जलवायु परिवर्तन सम्मेलन स्थल पर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने विश्व के कई नेताओं से बातचीत भी की
सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने विश्व के कई नेताओं से बातचीत भी की। इन नेताओं में श्रीलंका के राष्ट्रपति राणिल विक्रमसिंधे, बहरीन के शाह हमाद बिन इसा अल खलीफा, नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रूटे, यूनाइटेड अरब अमीरात के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मक्तूम, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जीयोयेव, ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला शामिल हैं।
A warm interaction between PM @narendramodi and @UN Secretary General @antonioguterres on the sidelines of #COP28 WCAS in Dubai.
Discussions covered #G20India; 🇮🇳‘s progress in achieving climate goals; priorities and concerns of Global South related to climate action, climate… pic.twitter.com/DVV5W4mMtH
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) December 1, 2023
कॉप28 सम्मेलन गुरुवार को आरंभ हुआ और 12 दिसम्बर तक चलेगा। 160 वैश्विक नेताओं के अलावा इस समिट में बिजनेस लीडर, युवा, जलवायु वैज्ञानिक, पत्रकार, स्थानीय लोग और अन्य विशेषज्ञों समेत 70000 लोग भाग ले रहे हैं।