नई दिल्ली, 25 अक्टूबर। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पैनल के सभी पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ को ‘भारत’ से बदलने के प्रस्ताव को इसके सदस्यों से सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई है। ऐसे में एनसीईआरटी की किताबों में जल्द ही ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ लिखा नजर आ सकता है।
एंशिएंट हिस्ट्री की जगह किताबों में क्लासिकल हिस्ट्री को शामिल करने की उम्मीद
मीडिया खबरों के अनुसार ‘इंडिया’ के अलावा एंशिएंट हिस्ट्री की जगह किताबों में क्लासिकल हिस्ट्री को भी शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं। साथ ही समिति ने हिन्दू योद्धाओं की वीरगाथाओं को भी किताब का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया है।
सिलेबस में बदलावों को लेकर 19 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति 2020 के आने के बाद एनसीईआरटी अपने पाठ्यक्रम में बदलाव कर रहा है। इसके तहत सिलेबस में कई तरह के संशोधन भी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सिलेबस में बदलावों को लेकर बीते दिनों 19 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया था। कमेटी का कहना है कि ‘इंडिया’ की जगह किताबों में ‘भारत’ लिखा जाए।
‘भारत‘ शब्द विष्णु पुराण जैसे प्राचीन लेखों में मिलता है
मीडिया खबरों के अनुसार कमेटी का कहना है कि ‘इंडिया’ शब्द ईस्ट इंडिया कम्पनी और प्लासी युद्ध के दौरान शुरू हुआ था, जो आज भी चल रहा है। वहीं, ‘भारत’ शब्द विष्णु पुराण जैसे प्राचीन लेखों में मिलता है। ऐसे में सुझाव है कि ‘इंडिया’ की जगह अब ‘भारत’ लिखा जाए।
किताबों में हिन्दू युद्धाओं के बारे में भी पढ़ाया जाने का सुझाव
साथ ही सदस्यों की तरफ से यह भी कहा गया है, ‘अब तक किताबों में सिर्फ हमारी असफलताओं के बारे में पढ़ाया जा रहा है। हमारी सफलता के बारे में ज्यादा जिक्र नहीं किया गया है। ऐसे में किताबों में हिन्दू युद्धाओं के बारे में भी पढ़ाया जाए।’