चिदंबरम ने चुनावी बॉण्ड को बताया ‘वैध रिश्वत’, कहा – ये भाजपा के लिए सुनहरी फसल होगी
नई दिल्ली, 30 सितम्बर। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने चुनावी बॉण्ड को ‘वैध रिश्वत’ करार देते हुए दावा किया है कि चूंकि, चार अक्टूबर को इनकी नई किस्त जारी होगी तो यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक ‘सुनहरी फसल’ साबित होगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को चुनावी बॉण्ड की 28वीं किस्त जारी करने की मंजूरी दे दी। यह चार अक्टूबर से 10 दिनों तक बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा। यह फैसला राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में इस साल प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लिया गया है। इन राज्यों में चुनाव की तारीखों की जल्द ही घोषणा हो सकती है।
चिदंबरम ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि चुनावी बॉण्ड की 28वीं किस्त चार अक्टूबर से शुरू होगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह भाजपा के लिए सुनहरी फसल होगी। पिछले रिकॉर्ड पर गौर करें, तो तथाकथित गुप्त दान का 90 फीसदी हिस्सा भाजपा के खाते में जाएगा। करीबी पूंजीपति दिल्ली में अपने स्वामी को ‘चढ़ावा’ चढ़ाने के लिए अपनी चेकबुक खोलेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि चुनावी बॉण्ड ‘वैध रिश्वत’ होते हैं।
The 28th tranche of Electoral Bonds will open on October 4.
It will be a golden harvest for the BJP
Going by the past records, 90 per cent of the so-called anonymous donations will go to the BJP
The crony capitalists will open their cheque books to write out their
'tribute' to…— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) September 30, 2023
राजनीतिक दलों को दिए जाने वाले चंदे में पारदर्शिता लाने के प्रयासों के तहत चुनावी बॉण्ड की व्यवस्था लाई गई थी। चुनावी बॉण्ड की पहली किस्त की बिक्री मार्च, 2018 में हुई थी। चुनावी बॉण्ड जारी करने के लिए सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ही अधिकृत बैंक है। चुनावी बॉन्ड को भारतीय नागरिक या देश में गठित या स्थापित कंपनियां खरीद सकती हैं। पिछले लोकसभा या विधानसभा चुनाव में कम-से-कम एक प्रतिशत मत पाने वाले राजनीतिक दल चुनावी बॉण्ड के जरिये चंदा हासिल कर सकते हैं।