RSS में अब महिलाओं के लिए भी खुलेगा दरवाजा, भाजपा के साथ बनाई 2024 की योजना
लखनऊ, 20 सितम्बर। अगले वर्ष प्रस्तावित लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो गया है। इस क्रम में आरएसएस ने राज्य सरकार के साथ मिलकर खास योजना तैयार की है। मंगलवार को यहां लगभग आठ घंटे तक चली बैठक में भाजपा व आरएसएस के साथ अन्य सहयोगी संगठनों ने फैसला किया कि गांव-गांव तक दलित और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
बताया जा रहा है कि आरएसएस और विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) समेत अन्य संगठनों में आने वाले समय में बड़ा बदलाव देखने के मिल सकता है। इस क्रम में किसान संघ, शिक्षक संघ, हिन्दू जागरण मंच, विद्या भारती और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रमुख पदों पर महिलाओं की नियुक्ति की जा सकती है।
हर जिले में महिला सम्मेलन का आयोजन करेगा संघ
आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार की अगुआई में बैठक हुई। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ दोनों, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी बैठक में शामिल हुए। बैठक के दौरान यह भी तय हुआ कि संघ हर जिले में महिला सम्मेलन का आयोजन करेगा। उसके इस काम में भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू जागरण मंच समेत अन्य संगठन सहयोग करेंगे।
गौरतलब है कि अब तक संघ की व्यवस्था में महिलाओं का सीधा हस्तक्षेप नहीं था। बस राष्ट्र सेविका समिति के दरवाजे ही उनके लिए खुले थे। संघ के लोगों का दावा है कि अब सहयोगी संगठनों के भी प्रमुख पदों पर महिलाओं को जिम्मेदारी दी जाएगी।
संघ की पुरानी छवि से बाहर निकलने की कोशिश
देश में एक तरफ जहां महिला आरक्षण की चर्चा हो रही है वहीं शुरू से ही आरएसएस पर महिला विरोधी होने के आरोप लगते आए हैं। केंद्र सरकार द्वारा संशोधन बिल पेश करने के बाद अब संघ अपनी पुरानी छवि को तोड़कर बाहर निकलने की जद्दोजहाद में जुट गया है। सूत्रों का कहना है कि बैठक में तय हुआ है कि संघ खुद ही महिला विरोधी छवि को तोड़ेगा।
प्रमुख पदों पर नियुक्त होंगी महिलाएं
आरएसएस पर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल आरोप लगाते रहे हैं कि संघ की शाखाओं में केवल पुरुष ही दिखाई देते हैं। अब आरएसएस की इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि आने वाले समय में शाखाओं में महिलाएं भी दिखाई देंगी। यहां तक कि विश्व हिन्दू परिषद, किसान संघ, शिक्षक संघ, हिन्दू जागरण मंच, विद्या भारती और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रमुख पदों पर भी महिलाओं की नियुक्ति की जा सकती है।
सीएम योगी ने समस्याओं से निजात दिलाने का दिया भरोसा
आरएसएस की बैठक में संगठनों की ओर से मिले फीडबैक को भी रखा गया। सहयोगी संगठनों की मानें तो उनके क्षेत्र के एमपी-एमएलए उनकी समस्याएं नहीं सुनते। इसके अलावा वह अपनी बात मंत्री तक भी पहुंचा पाते। सहयोगी संगठनों ने छुट्टा जानवरों की भी समस्या सीएम योगी के आगे रखी, जिस पर योगी आदित्यनाथ ने इन समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिलाया।
विहिप पूरे प्रदेश में निकालेगी शौर्य यात्रा
सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने बताया कि यूपी सरकार और बाकी संगठनों के लोग आपस में समन्वय बनाएंगे। इसके लिए हर दो महीने पर बैठक होगी। साथ ही यह भी तय किया गया है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए सभी संगठन मिलकर गांव-गांव तक माहौल बनाएंगे। वहीं, विश्व हिन्दू परिषद 30 सितम्बर से एक अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में शौर्य यात्राएं निकालकर हिन्दूमय माहौल बनाने की कोशिश करेगी।