पीएम मोदी ने लॉन्च किया सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, बोले – ‘आदिवासी हमारे लिए सिर्फ एक वोटर नहीं’
शहडोल, 1 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के शहडोल में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 (National Mission to Eradicate Sickle Cell Anemia 2047) की शुरुआत की। इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए आदिवासी सिर्फ एक वोटर नहीं हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘आज मुझे रानी दुर्गावती जी की इस पावन धरती पर आप सभी के बीच आने का सौभाग्य मिला है। मैं रानी दुर्गावती जी के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि समर्पित करता हूं। उनकी प्रेरणा से आज सिकल सेल एनीमिया मुक्ति मिशन अभियान की शुरुआत हो रही है।’
पूरी दुनिया में ‘सिकल सेल एनीमिया’ के आधे मामले अकेले भारत में होते हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज शहडोल की इस धरती पर देश आदिवासियों को सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का बड़ा संकल्प ले रहा है। पूरी दुनिया में ‘सिकल सेल एनीमिया’ के जितने मामले होते हैं, उनमें से आधे अकेले हमारे देश में होते हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले 70 वर्षों में कभी इसकी चिंता नहीं हुई और इससे निबटने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का ये अभियान अमृत काल का प्रमुख मिशन बनेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा यानी 2047 तक हम सब मिलकर एक मिशन मोड में अभियान चलाकर इस सिकल सेल एनीमिया से अपने आदिवासियों और देश को मुक्ति दिलाएंगे।’
2047 तक देश को सीकलसेल से मुक्ति दिलाने का संकल्प
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री बनने के बाद जब मैं जापान की यात्रा पर गया था,तब एक जापान के वैज्ञानिक से मिला था, वे वैज्ञानिक सीकलसेन एनीमिया में गहरा रिसर्च कर चुके थे। मैंने उनसे भी मदद मांगी। हमारा संकल्प है कि 2047 तक देश सीकलसेल से मुक्त होगा। इससे लड़ने में सबसे जरूरी है जांच कराना।’
‘आदिवासी समाज हमारे लिए सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज ही मध्य प्रदेश में एक करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड भी दिए जा रहे हैं। इन दोनों ही प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी हमारे गोंड समाज, भील समाज और अन्य हमारे आदिवासी समाज के लोग ही हैं। आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती को हल करने का बीड़ा अब हमारी सरकार ने उठाया है। हमारे लिए आदिवासी समाज सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है, ये हमारे लिए संवेदनशीलता का विषय है, भावनात्मक विषय है।’
कांग्रेस जैसे दलों की गारंटी का मतलब नियत में ‘खोट और गरीब पर चोट’
विपक्ष पर हमलावार रुख अपनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आपको झूठी गारंटी देने वालों से भी सावधान रहना है और जिनकी अपनी कोई गारंटी नहीं है,वे आपके पास गारंटी वाली नई-नई स्कीम लेकर आ रहे हैं। कांग्रेस जैसे दलों की गारंटी का मतलब नियत में ‘खोट और गरीब पर चोट’।”
विपक्षी एकजुटता की गारंटी नहीं
पीएम मोदी ने कहा, ‘उनकी (कांग्रेस) गारंटी का मतलब है कुछ न कुछ गड़बड़ है। आज वे एक साथ आने का दावा कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर उनके पुराने बयान वायरल हो रहे हैं। वे हमेशा पानी पीकर एक दूसरे को कोसते रहे हैं यानी विपक्षी एकजुटता की गारंटी नहीं है।’
उन्होंने कहा कि ये परिवारवादी पार्टियां सिर्फ अपने परिवार के भले के लिए काम करती आईं हैं। जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, वे जमानत पर बाहर घूम रहे हैं। घोटालों के आरोप में सजा काटने वाले एक मंच पर दिख रहे हैं। वे देशविरोधी तत्वों के साथ बैठक कर रहे हैं।