मध्य प्रदेश : सतपुड़ा भवन में लगी आग बेकाबू, सीएम शिवराज ने अमित शाह और राजनाथ से मांगी मदद
भोपाल, 12 जून। भोपाल में मध्य प्रदेश सरकार के सचिवालय वल्लभ भवन के पास स्थित सतपुड़ा भवन में लगी आग बेकाबू हो गई है। एक अधिकारी ने बताया कि यह आग इमारत की तीसरी मंजिल से छठी मंजिल तक फैल गई है। आग तीसरी मंजिल से शुरू हुई, जहां आदिम जाति कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग का कार्यालय हैं।
फायर ब्रिगेड की 15 दमकल गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। आग लगने की वजहों का पता नहीं चल पाया है। आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाय जा सकता है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात कर मदद मांगी है।
शासकीय भवन में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यालय
भोपाल नगर निगम के अग्निशमन अधिकारी रमेश नील ने बताया कि आग अपराह्न करीब चार बजे लगी, जिसके बाद दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग की घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस शासकीय भवन में मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यालय हैं। प्रथम दृष्टया आग में फर्नीचर और दस्तावेज नष्ट हुए हैं। आग लगने की वजहों का तत्काल पता नहीं चल सका है। आग बुझाने के काम में सेना बुलाई गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सेना की टीम और दमकल विभाग आग बुझाने की कोशिशें कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा कर आग की घटना की जानकारी दी और जरूरी मदद मांगी है। सीएम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात कर के आग बुझाने के काम में एयर फोर्स की मदद मांगी है।
रक्षा मंत्री ने एयर फोर्स को मदद करने के निर्देश दिए
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रक्षा मंत्री ने एयर फोर्स को मदद करने के निर्देश दिए हैं। एयर फोर्स के एएन-32 विमान और एमआई-15 हेलीकॉप्टर भोपाल पहुंच गए हैं। ये विमान और हेलीकॉप्टर बकेट द्वारा सतपुड़ा भवन पर ऊपर से पानी डाल कर आग बुझाने का कार्य करेंगे। राहत और बचाव के काम के लिए भोपाल एयरपोर्ट रात भर खुला रहेगा।
सरकारी प्रवक्ता की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, सतपुड़ा भवन की जिन 3, 4, 5 और 6वीं मंजिल में आग लगी है, वहां मूलत: जनजातीय कल्याण, परिवहन और स्वास्थ्य विभाग के स्थापना संबंधी विभागीय कार्य होते हैं। किसी भी विभाग का टेण्डर और प्रोक्योरमेंट संबंधी कोई भी काम नहीं होता है। चूंकि कार्यालय का अधिकतर काम ऑनलाइन होता है, लिहाजा कोई भी कार्य प्रभावित नहीं होगा। कार्यालय में अति महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं होते थे।