जयपुर 20 मई। राजस्थान की राजधानी जयपुर में योजना भवन के बेसमेंट में दो करोड़ 31 लाख से अधिक रुपए और एक किलो सोना बरामद किया गया है। मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा और जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने शुक्रवार रात मीडिया को इसकी जानकारी दी। पुलिस आयुक्त श्रीवास्तव ने बताया कि योजना भवन में पड़ी फाइलों को निकालकर उन्हें कम्यूटराइज्ड करने का कार्य किया जा रहा था
इस दौरान योजना भवन के बेसमेंट में दो अलमारियों की चाबी नहीं मिलने पर उनके लॉक तोड़कर खोलने पर एक अलमारी में तो फाइलें मिली जबकि दूसरी अलमारी में ट्रॉली बैग सहित दो बैग मिले। ट्रॉली बैग को खोलने पर उसमें दो करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए मिले। बरामद नोट 2000 और 500 के है। दूसरे बेग में एक किलोग्राम सोने के बिस्कुट बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि बरामद राशि एवं सोने को जब्त कर लिया गया है ।
उन्होंने बताया कि यह अलमारी किसके पास थी, इसकी जांच की जा रही है और इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। उधर यह मामला सामने आने के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा है कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई। राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है।
राठौड़ ने कहा ” दो हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री जी आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय दो हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है । योजना भवन के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में किन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपए छिपाकर रखे गए।” उन्होंने कहा कि आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई अधिकारी शामिल नहीं, आखिर माजरा क्या है।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया के माध्यम से आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है, इसलिए सचिवालय ने करोड़ों की नकदी और सोना उगल दिया। शेखावत ने कहा कि विकास में निरंतर नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, ये उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सरकारी लीपापोती जारी है लेकिन जनता से कुछ छिपता नहीं है।