कर्नाटक में मई से पहले हो सकता है विधानसभा चुनाव, 6.1 करोड़ मतदाता तय करेंगे प्रत्याशियों का भविष्य
बेंगलुरु, 11 मार्च। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति अब खत्म हो गई है। भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को संकेत दे दिए कि इस वर्ष मई से पहले यहां विधानसभा चुनाव हो जाएगा क्योंकि कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई, 2023 को खत्म हो रहा है।
24 मई, 2023 को खत्म होगा कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल
चुनाव आयोग ने इसी क्रम में कर्नाटक में तमाम राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक पूरी कर ली है। पुलिस-प्रशासन से भी आने वाले चुनाव पर बात की गई। वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ भाजपा व मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सहित तमाम पार्टियों ने चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस ली है। भाजपा ने तो अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पीएम मोदी सहित पार्टी के कई बड़े नेता लगातार यहां का दौरा कर रहे हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने यहां कहा कि कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई, 2023 तक है। इसलिए नई विधानसभा गठित होनी है और उससे पहले चुनाव पूरे होने हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने तीन दिनों में सभी राजनीतिक पार्टी से मुलाकात की, पुलिस-प्रशासन से भी आने वाले चुनाव पर बात की गई। कर्नाटक में 2011 के सेंसस के मुताबिक मतदाताओं की संख्या 6.1 करोड़ है। 224 विधानसभा क्षेत्र हैं जबकि 2.62 करोड़ पुरुष और इसके आस-पास ही महिला वोटर हैं।’
80+ और विकलांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की व्यवस्था
राजीव कुमार ने कहा कि यहां 17,000 मतदाता 100 वर्ष से अधिक हैं। पहली बार 80 वर्ष के मतदाताओं को, जो मतदान केंद्र आने में सक्षम नहीं हैं, उनके घर से मतदान करने की व्यवस्था चुनाव आयोग द्वारा करवाई जाएगी। हमारी टीम खुद उनके पास जाएगी।’
उन्होंने कहा, ‘पहली बार हम कर्नाटक में सभी 80+ और विकलांग मतदाताओं को सुविधा प्रदान करने जा रहे हैं। यदि वे चाहें तो अपने घरों से भी मतदान कर सकते हैं। एक फॉर्म 12डी है, जो अधिसूचना के 5 दिनों के भीतर उपलब्ध होगा ताकि घर से मतदान करने के इच्छुक किसी भी 80+ या पीडब्ल्यूडी मतदाता को सुविधा हो सके।’