मुख्तार अंसारी की बहू निकहत बानो इसलिए पकड़ी गई, रिश्वत में बराबर का हिस्सा नहीं मिला तो जेलकर्मी ने ही कर दी मुखबिरी
नई दिल्ली, 13 फरवरी। उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में पिछले हफ्ते डीएम और एसपी के अचानक पड़े छापे में बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की बहू निकहत बानो को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जब वह अपने विधायक पति अब्बास अंसारी के साथ कारागार कार्यालय के एक कमरे में पाई गई थी।
चित्रकूट जेल में डाले गए छापे का नेतृत्व युवा पुलिस अधिकारी और चित्रकूट की पुलिस अधिक्षक वृंदा शुक्ला ने किया था। लेकिन पुलिस अधीक्षक को जेल में हो रहीं ऐसी गतिविधियों का पता कैसे चला, इसके पीछे की कहानी धीरे-धीरे साफ हो रही है। जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
जेलकर्मियों की मिलीभगत से अब्बास व निकहत की नियमित मुलाकात होती थी
दरअसल जेल के अंदर अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निकहत बानो की नियमित मुलाकात के बारे में जेल अधिकारियों और जेलकर्मियों को सब पता था। ये सारा खेल मिलीभगत से हो रहा था। निकहत बानो की जेल के अंदर एंट्री को मुलाकात रजिस्टर में दर्ज नहीं किया जाता था और इसके बदले में पैसे लिए जाते थे, जो सबमें बंटता था।
इस मुलाकात के बदले पैसे लिए जाते थे, पैसे के असमान बंटवारे से मुखबिरी हुई
मीडिया रिपोर्ट के मुकाबिक जगमोहन नाम का एक जेलकर्मी रिश्वत में मिलने वाले पैसे का बड़ा हिस्सा खुद रख लेता था। बाकी कर्मी इस बात से नाराज थे। जगमोहन खुद को मुख्तार और अब्बास का करीबी बताकर बाकियों पर धौंस भी जमाता था। इसी से नाराज किसी जेलकर्मी ने बीते शुक्रवार को उस समय जेल के अंदर से उच्च अधिकारियों को फोन कर दिया, जब निकहत बानो चित्रकूट जेल के अंदर थी।
चित्रकूट की पुलिस अधिक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया अंदर की कहानी
निकहत बानो की गिरफ्तारी की पूरी कहानी चित्रकूट की पुलिस अधिक्षक वृंदा शुक्ला ने भी बताई, जिनके नेतृत्व में इस खेल का भंडाफोड़ हुआ। वृंदा शुक्ला ने मीडिया को बताया, ‘जेल में पिछले कुछ दिनों से अनाधिकृत गतिविधियां चल रही थीं। बाहर के लोग बंदियों से अनाधिकृत रूप से मिल रहे थे। इसी सूचना के आधार मैंने जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया और जेल में सभी संवेदनशील बैरकों को की तलाशी ली गई। पाया गया कि अब्बास अंसार अपनी बैरक में मौजूद नहीं हैं। पूछताछ करने पर पता लगा कि अब्बास की मुलाकात निकहत बानो से कारागार कार्यालय के एक कमरे में कराई जाती है। अब्बास और उनकी पत्नी की मुलाकात का विवरण रजिस्टर में दर्ज नहीं किया जाता है। इसी क्रम में जब उस कमरे में जाकर देखा गया तो अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत मौजूद मिलीं और उनके पास से मोबाइल फोन बरामद हुए। हमने गृह और कारागार विभाग को एक संयुक्त रिपोर्ट भेजी है। अब इस मामले में स्वतंत्र जांच कराई जा रही है।’
इस मामले में 8 जेलकर्मी सस्पेंड किए जा चुके हैं
गौरतलब है कि इस मामले में आठ जेलकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है। विभागीय जांच के बाद इन जेलकर्मियों की बर्खास्तगी करने की भी तैयारी चल रही है।