भारत जोड़ो यात्रा के समापन पर बोले राहुल गांधी बोले – ‘प्रशासन ने डराया, लेकिन कश्मीरियों ने मुझे हथगोला नहीं, प्यार और स्नेह दिया’
श्रीनगर, 30 जनवरी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम दिन सोमवार को केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के प्रशासन पर उन्हें डराने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें हथगोलों के हमलों का डर दिखा कर पैदल चलने की बजाय वाहन में चलने के लिए कहा गया था, लेकिन कश्मीरियों ने उनका स्वागत हथगोलों से नहीं बल्कि स्नेह और प्यार से किया है।
कश्मीर की बर्फीली वादियों में 'भारत जोड़ो यात्रा' ने मोहब्बत की महक को घोल दिया है…
सुनिए, हर कश्मीरी के दिल की आवाज़। #BharatJodoYatraFinale pic.twitter.com/UXDIWpEvAy
— Congress (@INCIndia) January 30, 2023
‘मैंने जैसे पैदल कश्मीर की यात्रा की, वैसे भाजपा का कोई नेता नहीं कर सकता‘
भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह के दौरान यहां शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में भारी बर्फबारी के बीच अपने सबोधन में राहुल गांधी ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर के लोगों ने मुझे हैंड ग्रेनेड नहीं, प्यार दिया। अपना माना, प्यार से आंसुओं से मेरा स्वागत किया। चार दिन मैंने जैसे पैदल कश्मीर की यात्रा की, वैसे भाजपा का कोई नेता नहीं कर सकता। ऐसा इसलिए नहीं कि जम्मू कश्मीर के लोग उन्हें चलने नहीं देंगे बल्कि ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी के लोग डरते हैं।’
केंद्र सरकार, पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और एनएसए पर निशाना साधा
राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान केद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल पर जमकर हमला बोला, साथ ही अपने जीवन में घटी घटनाओं का जिक्र करके कुछ भावुक बातें भी कहीं।
WATCH: श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन पर श्री @RahulGandhi का एतिहासिक भाषण। #BharatJodoYatraFinale https://t.co/sHlpXAaG1c
— Congress (@INCIndia) January 30, 2023
उन्होंने कहा, ‘मैं सरकारी घरों में रहा। मेरे पास कभी घर नहीं था। मेरे लिए घर एक स्ट्रक्चर नहीं, जीने का तरीका है। जिस चीज को आप कश्मीरियत कहते हैं, उसे मैं घर मानता हूं। ये कश्मीरियत है क्या? ये शिवजी की सोच है। और गहराई में जाएंगे तो शून्यता कहा जा सकता है। अपने आप पर, अपने अहंकार पर, अपने विचारों पर आक्रमण करना। इस्लाम में इसे फना कहा जाता है। सोच वही है।’
कश्मीर की बर्फीली वादियों से मोहब्बत का संदेश पूरे हिंदुस्तान में फैल गया..#BharatJodoYatraFinale pic.twitter.com/i7H5zUZ3y4
— Congress (@INCIndia) January 30, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, ‘पुलवामा हमले में जो शहीद हुए, उनके घर वालों पर क्या बीता, ये बात प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह नहीं समझ सकते। मैं समझ सकता हूं। जो लोग हिंसा करवाते हैं, वे उस दर्द को नहीं समझते हैं।’
अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि जब वह अमेरिका में थे, तब उन्हें एक फोन कॉल आया और बताया गया कि उनके पिता की हत्या कर दी गई। राहुल ने आगे कहा कि वह नहीं चाहते कि ऐसे फोन कॉल किसी जवान के घर पर जाएं।
'कन्याकुमारी से कश्मीर' तक भारत जोड़ो यात्रा का सफर पूरा हुआ।
इस यात्रा के ऐतिहासिक समापन पर कांग्रेस परिवार हर भारतीय से वादा करता है- हम आपकी लड़ाई को कभी कमजोर नहीं होने देंगे।
हम ये देश कभी टूटने नहीं देंगे। pic.twitter.com/pNcwxMZBj8
— Congress (@INCIndia) January 30, 2023
समापन रैली में आमंत्रित 21 विपक्षी दलों में कुछ के ही नेता शामिल हुए
समापन समारोह में हिस्सा लेने के लिए 21 विपक्षी दलों को कांग्रेस ने न्योता दिया था। हालांकि द्रमुक, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, भाकपा, आरएसपी और आईयूएमएल सहित कुछ दलों के ही नेता समापन रैली में शामिल हुए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य नेताओं ने भी समारोह को संबोधित किया। खड़गे ने कहा कि यह यात्रा चुनाव जीतने या कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि नफरत के खिलाफ आवाज उठाने के लिए निकाली गई।
कांग्रेस कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की उपस्थिति में श्रीनगर के कांग्रेस कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। राहुल ने शहर में ताजा बर्फबारी के बीच यात्रा का समापन करते हुए राष्ट्रगान की धुन के बीच पंथाचौक स्थित शिविर स्थल पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर एक संक्षिप्त संबोधन में राहुल ने 136 दिनों की पैदल यात्रा के दौरान ‘भारत यात्रियों’ द्वारा दर्शाए गए प्यार, लगाव और समर्थन के लिए उनका आभार जताया।
पिछले वर्ष 7 सितम्बर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी यात्रा
‘भारत जोड़ो यात्रा’ पिछले वर्ष सात सितम्बर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। विभिन्न राज्यों के 75 जिलों से गुजरते हुए करीब 4,000 किलोमीटर चलने के बाद राहुल गांधी ने रविवार को श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया था।