सोनिया और राहुल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को कांग्रेस में बड़ी भूमिका देने को तैयार
नई दिल्ली, 23 अप्रैल। हालिया विधानसभा चुनावों में पराजयों के बीच लगातार बिखरती जा रही कांग्रेस पार्टी को नई धार देने के क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पार्टी में बड़ी भूमिका देने के लेकर तैयार हो गए हैं, जिन्होंने बीते दिनों हाईकमान के सामने पार्टी के सुधारीकरण की दिशा में एक व्यापक ब्लूप्रिंट रखा है। इसी कड़ी में प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अब सिर्फ औपचारिकताएं ही शेष हैं।
समाचार चैनल एनडीटीवी ने कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों के हवाले से इस आशय की पुष्टि की है। चैनल की रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने कहा कि प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे और तय की जा चुकी एक महत्वपूर्ण भूमिका को निभाएंगे। फिलहाल उस भूमिका को लेकर कोई विस्तृत रूपरेखा नहीं तैयार हुई है। राहुल गांधी की सलाह से सोनिया गांधी उस रूपरेखा को तय करेंगी।
प्रशांत किशोर के लिए पार्टी में एक सीमारेखा भी तय करने की कोशिश
वहीं सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के लिए एक सीमारेखा भी तय करने की कोशिश की है, जिसके तहत उन्होंने एक विशेष टीम बनाई है, जो उन्हें बाकी दलों से अलग करके पूरी तरह से कांग्रेस के प्रति समर्पित करने का प्रयास करेगी। इसके साथ किशोर के प्रस्ताव का मूल्यांकन भी किया जाएगा।
टीएमसी और टीआरएस के साथ भी जुड़ाव पर आपत्ति
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि किशोर और उनकी आईपैक की टीम ने इससे पहले ममता बनर्जी की टीएमसी और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के साथ काम किया था और उन्हें बड़ी जीत दिलाने में मदद की थी, लेकिन अब यह सब बंद होना चाहिए। पार्टी के कई बड़े नेताओं की किशोर को लेकर यही आपत्ति भी है कि वह अपनी राष्ट्रीय भूमिका देख रहे हैं और एक पार्टी तक सीमित नहीं होना चाहते। वह, टीएमसी और टीआरएस से राजनीतिक सलाहकार के तौर पर जुड़े हैं।
अधिकतर सदस्यों की राय – प्रशांत किशोर के सुझाव व्यावहारिक
अधिकतर सदस्यों की राय है कि प्रशांत किशोर के सुझाव व्यावहारिक हैं और उन्हें लागू किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि समिति अपनी रिपोर्ट में पार्टी के भविष्य, वैचारिक प्रतिबद्धता और कार्यकर्ताओं को बरकरार रखने के लिए प्रस्तावित परिवर्तनों का एक सख्त अवलोकन भी चाहती है। समझा जाता है कि सोनिया गांधी एकाध दिन में समिति के साथ विचार-विमर्श को अंतिम रूप देंगी और प्रशांत किशोर के साथ अंतिम बैठक करेंगी।