बजट में नहीं दिखी गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई की चिंता : मायावती
लखनऊ, 1 फरवरी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि करों की मार से कराह रही जनता को नए वादों से लुभाने का प्रयास बजट में पेश किया गया है जबकि बढ़ती गरीबी,बेरोजगारी और महंगाई पर रोकथाम के कोई उपाय नहीं किए गए हैं।
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा “संसद में आज पेश केंद्रीय बजट नए वादों के साथ जनता को लुभाने के लिए लाया गया है, जबकि गत वर्षों के वादों व पुरानी घोषणाओं आदि के अमल को भुला दिया गया है, यह कितना उचित। केंद्र बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व किसानों की आत्महत्या जैसी गंभीर चिन्ताओं से मुक्त क्यों।”
उन्होने कहा, “केंद्र सरकार द्वारा अपनी पीठ आप थपथपा लेने से अभी तक देश की बात नहीं बन पा रही है। करों की मार लोगों का जीना दुभर किए हुए है। इसीलिए केंद्र का भरसक प्रयास खासकर बेरोजगारी व असुरक्षा आदि के कारण लोगों में छाई तंगी, मायूसी व हताशा को कम करने की हो तो बेहतर।”