डब्ल्यूएचओ की चेतावनी : कोरोना संक्रमण की सुनामी को कम न आंकें
नई दिल्ली, 7 जनवरी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण ने दुनियाभर की स्वास्थ्य सेवाओं पर दवाब बढ़ा दिया है।
डॉ. घेब्रेयेसस ने जेनेवा में एक प्रेसवार्ता में चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन के कारण बीमार भले ही डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम गंभीर दिख रहे हों, लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
Media briefing on #COVID19 with @DrTedros https://t.co/UPBPyB2oAe
— World Health Organization (WHO) (@WHO) January 6, 2022
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट, डेल्टा के मुकाबले कम ख़तरनाक है, विशेषकर उन लोगों के लिए जिन्हें टीका लग चुका है। लेकिन इसका ये अर्थ बिल्कुल नहीं है इसे ‘माइल्ड’ कहा जाए। पहले के वैरिएंट की ही तहर ओमिक्रॉन के कारण भी लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि इस बार संक्रमण की सुनामी तेजी से बढ़ रही है और इसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाओं पर दवाब बढ़ रहा है। दुनियाभर में अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है।
गौरतलब है कि देश के अन्य देशों की भांति भारत में भी पिछले एक हफ्ते के भीतर संक्रमितों की संख्या पांच गुना हो चुकी है। देश में नौ माह बाद एक दिन में एक लाख से ज्यादा संक्रमितों की पुष्टि हुई और अब एक्टिव मामलों की संख्या 3.70 लाख के पार हो चुकी है।