लखनऊ, 1 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा सरकार जहां ताबड़तोड़ लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में लगी हुई है वहीं तमाम विपक्षी दल लोक लुभावन वादे करने में एक-दूसरे को पीछे छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की जनता को मुफ्त बिजली देने की घोषणा कर दी है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 1, 2022
किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली भी देंगे
अखिलेश ने शनिवार को यहां पार्टी कार्यालय में नए साल पर बड़ा एलान करते हुए कहा कि राज्य में सपा की सरकार बनी तो प्रदेश की जनता को 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी सरकार बनने पर किसानों को सिंचाई के लिए फ्री बिजली देने का भी वादा किया है।
भाजपा मुकाबला नहीं कर पाई तो छापा डलवाने लगी
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने 2021 को खराब करने की इतनी कोशिश की, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। न जाने कितने लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाया गया है। जब से बीजेपी की सरकार आई है, तब से सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी के लोगों पर मुकदमे किए गए हैं। अधिकारियों पर दबाव बनाया गया कि इन लोगों के खिलाफ काररवाई हो। साल जाते-जाते बीजेपी मुकाबला नहीं कर पाई तब अपने सहयोगी संगठनों को भी ले आई। खासकर हमारे करीबी लोगों के घरों में छापे पड़े।
नव वर्ष की हार्दिक बधाई व शुभकामना!
अब बाइस में ‘न्यू यूपी’ में नयी रोशनी से नया साल होगा
300 यूनिट घरेलू बिजली फ़्री व सिंचाई बिल माफ़ होगानव वर्ष सबको अमन-चैन, ख़ुशहाली दे। सपा सरकार आयेगी और 300 यूनिट फ़्री घरेलू बिजली व सिंचाई की बिजली मुफ़्त दिलवाएगी। #बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/8RadolTql5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 1, 2022
नया साल तभी होगा,जब सपा की सरकार बनेगी
अखिलेश यादव ने नए वर्ष के मौके पर हजारों की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नया साल सभी के जीवन में खुशियां लाए। तारीख जरूर बदली है, लेकिन आने वाले समय में नया वर्ष तभी होगा, जब समाजवादी पार्टी की सरकार होगी।
सपा प्रमुख ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 2021 में इतना दुख सहना पड़ा, जितना कि कभी किसी सरकार में नहीं रहा। जहां सरकार को मदद करनी चाहिए थी, वहां सरकार ने नहीं की। कोरोना काल मे 90 मजदूरों की जान गई। इसके बाद भी सरकार ने मदद नहीं की।