चंडीगढ़, 27 दिसंबर। पंजाब में अगले वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले चंडीगढ़ नगर निगम के नतीजों के जरिए अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने अन्य सियासी दलों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। 35 में सर्वाधिक 14 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी ‘आप’ के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा यह जीत पंजाब में बदलाव का संकेत दे रही है।
35 में 14 सीटें ‘आप’ के नाम, भाजपा 12 सीटें पा सकी
दरअसल, अब तक चंडीगढ़ नगर निगम पर भाजपा का कब्जा था, जिसे 12 सीटें मिलीं। सत्तारूढ़ कांग्रेस को जहां आठ सीटें मिली वहीं अकाली दल एक सीट हासिल कर सका। दिलचस्प यह है कि आम आदमी पार्टी पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम का चुनाव लड़ रही थी।
भाजपा के मेयर रविकांत भी हार गए चुनाव
चौंकाने वाला तथ्य यह है कि चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में 15 वर्षों बाद किसी दल ने बीजेपी को पछाड़ा है। कांग्रेस से इस चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन आम आदमी पार्टी ने जोरदार उपस्थिति दर्ज करा दी। इसी क्रम में भाजपा के मेयर रविकांत शर्मा चुनाव हार गए। वॉर्ड नंबर 17 से उन्हें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दमनप्रीत ने 828 वोटों से शिकस्त दी है।
बात यहीं तक सीमित नहीं थी वरन भाजपा के जितने भी पूर्व मेयर थे, वो या तो खुद लड़ रहे थे या अपने कैंडिडेट को लड़वा रहे थे, वे सभी हार गए हैं।
केजरीवाल बोले – पंजाब बदलाव के लिए तैयार
इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने नतीजों पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया, ‘चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की ये जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए AAP की ईमानदार राजनीति को चुना है। AAP के सभी विजयी उम्मीदवारों एवं सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई। इस बार पंजाब बदलाव के लिए तैयार है।’
पंजाब चुनाव से पहले बहुत बड़ा संकेत
इस बीच पंजाब चुनाव पर एबीपी-सी वोटर्स के ताजा सर्वे में आम आदमी पार्टी 32 प्रतिशत वोटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है। ऐसे में क्या अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव में कमाल कर सकते हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स के लिए काम कर चुकीं चंडीगढ़ की वरिष्ठ पत्रकार मोनिका शर्मा कहती हैं, ‘आम आदमी पार्टी का ये डेब्यू था। इन्होंने भाजपा के इतने दिग्गज हरा दिए। इनमें मेयर और पूर्व मेयर शामिल हैं। पंजाब चुनाव से पहले ये बहुत बड़ा संकेत है।’