डॉ.आम्बेडकर की 66वीं पुण्य तिथि पर मायावती का भाजपा पर हमला, कहा- सत्ता में बैठे लोग बाबा साहब के विरोधी
लखनऊ, 6 दिसम्बर। भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डा. भीमराव आम्बेडकर की 66वीं पुण्य तिथि पर देश उनके नमन कर रहा है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को लखनऊ में भारत रत्न डा. भीमराव आम्बेडकर की पुण्यतिथि पर बाबा साहब को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया को भी संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने कहा कि देश आज बाबा साहब डा. भीमराव आम्बेडकर का 66वां परिनिर्वाण दिवस मना रहा है। उन्होंने पिछड़े तथा दलितों को कानूनी अधिकार देने का बड़ा काम किया।
मायावती ने कहा कि बाबा साहब आम्बेडकर ने दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और उपेक्षितों के उत्थान के लिए संघर्ष किया। आज, केंद्र और राज्यों में जातिवादी सरकारों की उदासीनता के कारण उनके द्वारा तैयार किए गए संविधान में उन्हें दिए गए लाभों का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। बाबा साहब ने गरीबों के लिए संघर्ष किया। देश के पहले कानून मंत्री बाबा साहब के विचारों का सदैव अनुसरण कर बहुजन समाज पार्टी ने जनहित में ऐतिहासिक काम किये। उन्होंने कहा कि आज जो लोग देश तथा कई राज्यों की सत्ता में बैठे हैं वह सभी लोग बाबा साहब के विरोधी लोग हैं। हमें सत्ता परिवर्तन करना होगा। हम लोग सदैव बाबा साहब की सोच को लगातार आगे बढ़ाएंगे।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा व सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सड़कों पर उतरने से नहीं सत्ता परिवर्तन से सविधान बचेगा। बसपा संविधान बचाने और दलितों पिछड़ों के हक़ के लिए लड़ रही है। उन्होंने चंद्रशेखर आज़ाद का नाम लिए बिने कहा कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए दलितों के वोटों को बांटना चाहते हैं। मायावती ने बसपा प्रदेश कार्यालय पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि दी और कहा कि आज पूरे देश में बाबा साहब याद किए जा रहे है। कुछ पार्टियां दलितों, पिछड़ों और वांचितों का वोट लेने के लिए दिखावे के लिए बाबा साहब को याद कर रही हैं। बसपा का लक्ष्य बाबा साहब के समता मूलक सोच को ज़िंदा रखना है। बसपा की चार सरकारों में इसी सोच के आधार पर काम किया गया।
उन्होंने दोहराया कि बसपा यूपी और उत्तराखंड में अकेले चुनाव लड़ेगी और 2007 से अधिक मजबूती से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ ही हम उत्तराखंड में हमारी पार्टी अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही पंजाब में हमारी पार्टी का शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन हो गया है।
मायावती ने कहा कि रविवार को चंदौली में एक विधायक ने कानून को अपने हाथ में लिया। यह बेहद शर्मनाक है। जनता जानती है कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में गुंडागर्दी चरम सीमा पर थी, बहुजन समाज पार्टी के शासनकाल में कानून राज चलता था। चाहे आज भारतीय जनता पार्टी कहे कि उनके राज में कानून राज चल रहा है तो ऐसा कुछ नहीं है, यूपी में ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन छोटी जाति के ऊपर जुलुम न हो। मीडिया में ऐसी रिपोर्ट कम आती है।