कीमती घड़ियों पर बोले हार्दिक पंड्या : 5 नहीं, 1.5 करोड़ की हैं घड़ियां, कस्टम को पहले ही जानकारी दे दी थी
नई दिल्ली, 16 नवंबर। भारतीय क्रिकेट टीम के हरफमौला हार्दिक पंड्या ने अपनी दो बेशकीमती घड़ियों को लेकर सोशल मीडिया पर मचे शोर को लेकर कहा है कि वे घड़ियां पांच करोड़ की नहीं बल्कि डेढ़ करोड़ की हैं और वह कस्टम विभाग को पहले ही सूचना दे चुके हैं कि घड़ियों सहित यूएआई से लाए गए उनके सामानों पर जो भी ड्यूटी लगेगी, वह चुका देंगे।
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर हल्ला मचा कि हार्दिक पंड्या की दो घड़ियां कस्टम विभाग ने जब्त कर ली हैं। यह भी कहा गया कि इन दो घड़ियों की कीमत करीब पांच करोड़ रुपये है। हार्दिक के पास न तो इन घड़ियों का इनवाइस था और न ही उन्होंने इनकी जानकारी कस्टम विभाग को दी थी।
फिलहाल हार्दिक ने जल्द ही इस मामले पर अपनी सफाई दी और उन्हें महज अफवाह करार दिया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि घड़ियों की कीमत पांच करोड़ नहीं, वरन डेढ़ करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा, ‘मेरे पास घड़ियों के अलावा अन्य सामान भी थे, जिसकी जानकारी मैंने खुद विभाग को दी थी। मैंने विभाग से यह भी कह दिया था कि सामानों पर जो भी ड्यूटी बनेगी, उसका भुगतान मैं करूंगा।’
— hardik pandya (@hardikpandya7) November 16, 2021
पंड्या ने कहा, ’15 नवंबर की सुबह दुबई से आने पर अपना सामान उठाने के बाद मैं मुंबई एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों के पास अपने साथ लाए सामान की जानकारी देने गया था। मैं वहां सामान के लिए जरूरी कस्टम ड्यूटी भी देने गया था। सोशल मीडिया पर मेरे द्वारा मुंबई एयरपोर्ट घोषणा नहीं किए जाने की गलत खबरें चल रही हैं और मैं इसे लेकर सभी विवाद साफ कर देना चाहता हूं।’
हार्दिक ने ट्वीट में लिखा, ‘मैंने खुद ही दुबई से कानूनी रूप से खरीदे गए सामान की जानकारी दी और मैं उस सामान पर जरूरी ड्यूटी देने के लिए तैयार था। मैं आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दूं कि कस्टम विभाग द्वारा जो भी खरीद से जुड़े जो भी दस्तावेज मांगे गए थे, उनकी जानकारी भी जमा करवा दी गई थी। हालांकि कस्टम विभाग उस सामान की वैल्युएशन कर रहा है ताकि ड्यूटी वसूली जा सके, जिसे देने का वायदा मैं पहले ही कर चुका हूं।’
‘मैं कानून को मानने वाला नागरिक हूं, मेरे खिलाफ सभी आरोप निराधार’
भारतीय क्रिकेटर ने कहा, ‘मैं कानून को मानने वाला नागरिक हूं और सभी सरकारी संस्थाओं का सम्मान करता हूं। मुझे मुंबई कस्टम विभाग से पूरा सहयोग मिला है और मैंने उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। साथ ही मैं उन्हें सभी जरूरी कानूनी कागजात मुहेया कराऊंगा। मेरे खिलाफ कानूनी सीमाओं का उल्लंघन करने के सभी आरोप निराधार हैं।’