‘हर घर दस्तक’ अभियान की समीक्षा : वयस्कों के लिए दूसरी खुराक सुनिश्चित करने पर मांडविया का जोर
नई दिल्ली, 11 नवंबर। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोविड-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया की समीक्षा करने के लिए बुधवार को विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल माध्यम से बातचीत की और ‘हर घर दस्तक’ टीकाकरण अभियान के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में आगे की राह की समीक्षा की।
डॉ. मंडाविया ने पहली खुराक ले चुके सभी वयस्कों के लिए दूसरी खुराक सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ‘हर घर दस्तक’ अभियान को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि कोविड-19 महामारी खत्म हो गई है।’
मांडविया ने बताया कि यह बैठक गत तीन नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के उन 45 जिलों के जिलाधिकारियों और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक की ही कड़ी है, जहां पर 50 प्रतिशत से कम वयस्कों ने कोविड-19 टीके की पहली खुराक अब तक ली है।
अब तक 37 फीसदी वयस्कों ने ही टीके की दोनों खुराक ली है
इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार भारत में 94 करोड़ वयस्क आबादी में से 79.2 प्रतिशत ने कोविड-19 टीके की कम से कम एक खुराक ले ली है, जबकि 37 प्रतिशत ने टीके की दोनों खुराक ले ली है। सबसे अधिक टीके की खुराक देने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। इसके बाद महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश का स्थान आता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन्हें प्राथमिकता देने को कहा है, जिन्होंने कोविड-19 टीके की पहली खुराक ले ली है और दूसरी खुराक के लिए निर्धारित अवधि पूरी होने बाद भी टीकाकरण पूर्ण नहीं कराया है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने गत तीन नवंबर को एक महीने का ‘हर घर दस्तक’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत उन लोगों के लिए घर-घर अभियान चलाया जा रहा है, जिन्होंने अब तक टीका नहीं लिया है या जिन्हें दूसरी खुराक अभी लेनी है।