भोपाल, 24 अक्टूबर। मध्य प्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मी के बीच कांग्रेस को फिर झटका लगा, जब बड़वाह विधानसभा सीट से विधायक ने सचिन बिरला भी पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
सीएम शिवराज की सभा में भाजपा से जुड़े बड़वाह के विधायक सचिन बिरला
दिलचस्प तो यह रहा कि सचिन बिरला ने खंडवा में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज की उपस्थिति में भाजपा का दामन थामा। सचिन का जुड़ना भाजपा के लिए इसलिए भी मायने रखता है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के ही उम्मीदवार हितेंद्र सिंह सोलंकी को हराया था।
कांग्रेस के विधायक श्री @MLASachinBirla जी आज @BJP4MP की सदस्यता ग्रहण कर हमारे विशाल परिवार में सम्मिलित हुए हैं।
मैं उनका भाजपा परिवार की ओर से हृदय से स्वागत करता हूं। हम सब मिलकर मध्यप्रदेश की प्रगति एवं जनता के कल्याण के पवित्र ध्येय को नई ऊंचाइयां प्रदान करेंगे। pic.twitter.com/PKHfTO9ysY
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 24, 2021
देखा जाए तो उपचुनाव के दौरान चल रहे राजनीतिक दांवपेंच के बीच कांग्रेस के लिए यह दोहरा झटका है। बिरला से पहले पूर्व विधायक सुलोचना रावत और उनके पुत्र विशाल रावत ने भी भाजपा ज्वॉइन कर ली थी। इस प्रकार उपचुनाव से पहले ही कांग्रेस पार्टी बिखरती दिख रही है।
कांग्रेस का आरोप – मध्यप्रदेश में लोकतंत्र से दुष्कर्म जारी
दूसरी तरफ मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने नेताओं के यूं पार्टी छोड़ने से खासा नाराज है। पार्टी ने भाजपा की एक साजिश करार देते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। पार्टी की ओर से एक ट्वीट में लिखा गया, ‘मध्यप्रदेश में लोकतंत्र से दुष्कर्म जारी है।’
खंडवा लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने हैं उपचुनाव
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 30 अक्तूबर को वोट डाले जाएंगे। जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें एक लोकसभा सीट खंडवा है जबकि तीन विधानसभा सीटों में रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट शामिल हैं।
भाजपा के प्रचार की कमान खुद सीएम शिवराज चौहान ने संभाल रखी है और वह जनता से लगातार सम्पर्क साध रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक इस बार प्रचार का शोर दो दिन पहले थम जाएगा। उपचुनाव के नतीजे दो नवंबर को आएंगे।