लखीमपुर खीरी हिंसा पर बोले भाजपा सांसद वरुण गांधी – मामले की सीबीआई जांच हो, सीएम को लिखा पत्र
लखनऊ, 4 अक्टूबर। लखीमपुर जिले में किसानों और भाजपा नेताओं के बीच हुए हिंसक संघर्ष में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश का सियासी पारा एकदम उबाल पर है। इस क्रम में सोमवार को कांग्रेस और सपा सहित कई विपक्षी दलें के शीर्ष नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने में जहां राज्य पुलिस जुटी हुई है वहीं खुद सत्तारूढ़ दल के नेता भी इस घटना को लेकर व्यथित हैं और पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई जांच की मांग उठा दी है।
किसानों के साथ सिर्फ गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से पेश आना चाहिए
वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए। इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिह्नित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।’
लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूँ। pic.twitter.com/e2tE1x4z3T
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 4, 2021
धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवाओं पर रोक, स्कूल-कॉलेज बंद
गौरतलब है कि रविवार को राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी दौरे से पहले हुई हिंसा के मद्देनजर राज्य प्रशासन ने वहां निषेधाज्ञा लागू मतलब धारा 144 लगा दी है। साथ ही इंटरनेट सेवाओं पर जहां रोक लगा दी गई है वहीं स्कूल-कॉलेज भी अगली सूचना तक के लिए बंद कर दिए गए हैं।
किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की घटना अक्षम्य
वरुण गांधी ने अपने पत्र में कहा कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी। अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई, वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं।’
भाजपा सांसद ने कहा, ‘आंदोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए।’
पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये के मुआवजे की भी मांग
वरुण गांधी ने अपने पत्र में सीएम से अपील की, ‘सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा समयबद्ध सीमा में जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाना ज्यादा उपयुक्त होगा। इसके अलावा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया जाए। कृपया यह भी सुनिश्चित करने का कष्ट करें कि भविष्य में किसानों के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय या अन्य ज्यादती ना हो। आशा है इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आप मेरे निवेदन पर तत्काल काररवाई करने का कष्ट करेंगे।’
केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर विरोध प्रदर्शन के बीच भड़की थी हिंसा
स्मरण रहे कि केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई।
उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को कार्यक्रम स्थल पर लाने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के दो वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दोनों वाहनों में आग लगा दी। इस घटना में चार किसानों तथा वाहनों पर सवार चार अन्य लोगों की मौत हो गई।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे सहित अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
किसान केशव मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे, जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्र का पैतृक गांव है। किसानों की हत्या के मामले में पुलिस ने अजय मिश्र के बेटे सहित अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।