टोक्यो ओलंपिक : पहलवान बजरंग सेमीफाइनल में, कांसे की लड़ाई में ब्रिटेन से संघर्ष के बाद हारी महिला हॉकी टीम
नई दिल्ली, 6 अगस्त। टोक्यो ओलंपिक खेलों के 15वें दिन शुक्रवार को भारतीय दल के लिए एक और पदक की आस जगी, जब फ्रीस्टाइल पहलवान बजरंग पूनिया ने कुश्ती में लगातार दो मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। हालांकि इसके पूर्व महिला हॉकी में कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम जबर्दस्त संघर्ष के बाद पिछले चैंपियन ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार गई।
ईरानी पहलवाल को चित कर बजरंग पदक के करीब
माकुहारी मेसे हाल ए के मैट ए पर 65 किलोग्राम भार वर्ग में उतरे बजरंग पुनिया ने ईरान के पहलवान मोर्तजा चेका घिआसी को चित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई। इसके पूर्व भारतीय पहलवान ने किर्गिस्तान के अरनाजार एक्मातालिव को अंकों के आधार पर हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी।
सोनीपत के 27 वर्षीय पहलवान बजरंग और एक्मातालिव के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला और अंत में स्कोर 3-3 से बराबर था। पहले पीरिएड में 3-1 से ऑगे चल रहे बजरंग दूसरे पीरिएड में आखिरी 30 सेकेंड तक आगे थे, लेकिन एक्मातालिव ने अचानक आक्रामक रुख के साथ दो बार एक-एक अंक जुटाकर बराबरी कर ली। आखिर में बजरंग को ज्यादा बड़ा दांव लगाने के चलते तकनीकी आधार पर विजेता घोषित किया गया।
अब विश्व विजेता हाजी एलियेव से होगा मुकाबला
बजरंग ने क्वार्टर फाइनल में घियासी के खिलाफ सुरक्षात्मक रुख अख्तियार किया और वह पहले पीरिएड में 0-1 से पिछड़ गए थे। हालांकि दूसरे पीरिएड में दो अंक बनाकर बजरंग आगे निकल गए। दांव-पेंच के बीच अंतिम क्षणों में भारतीय पहलवान ने ईरानी मल्ल को दांव में फंसाया और उसे चित कर मुकाबला अपने नाम कर लिया। बजरंग का अब सेमीफाइनल में तीन बार के विश्व चैंपियन अजरबैजान के हाजी एलियेव से सामना होगा, जहां जीत मिली तो वह देश के लिए एक और पदक पक्का कर देंगे।
सीमा बिस्ला 50 किलो वर्ग में परास्त
हालांकि महिला पहलवान सीमा बिस्ला को मायूस होना पड़ा। वह 50 किलोग्राम भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में ट्यूनीशिया की हमदी सारा के खिलाफ 1-3 से हार गईं। सीमा रेपेचेज का मौका भी नहीं मिलेगा, क्योंकि सारा हमदी बाद में अपनी क्वार्टर फाइनल बाउट हार गई।
हॉकी : पिछड़ने के बाद भारतीय महिलाओं ने हासिल कर ली थी बढ़त
इसके पूर्व ओआई स्टेडियम की नार्थ पिच पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने विश्व नंबर पांच ग्रेट ब्रिटेन को न सिर्फ कड़ी चुनौती दी वरन 0-2 से पिछड़ने के बाद दूसरे क्वार्टर की समाप्ति पर 3-2 की बढ़त भी ले ली थी। लेकिन रियो की चैंपियन ब्रिटिश महिलाओं ने तीसरे और चौथे क्वार्टर में एक-एक गोल कर कांस्य पदक जीत लिया।
ओलंपिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली रानी रामपाल एंड कम्पनी ने, जिसकी मौजूदा विश्व रैंकिंग 12 है, ब्रिटिश महिलाओं से शुरुआत से ही जमकर लोहा लिया और पहला क्वार्टर गोलरहित छूटा।
दूसरे क्वार्टर में पांच गोल दागे गए, इनमें गुरजीत के दो गोल
लेकिन दूसरे क्वार्टर में जबर्दस्त हॉकी देखने को मिली, जब एक दो नहीं बल्कि पांच गोल के दर्शन हो गए। एलेना रेयर (16वां मिनट) और सारा राबर्ट्सन (24वां मिनट) में गोल कर ब्रिटेन को बढ़त दिला दी। लेकिन भारत ने जबर्दस्त पललटवार किया और गुरजीत कौर ने दो मिनट के भीतर दो शॉर्ट कॉर्नर (25वां व 26वां मिनट) भुनाते हुए टीम को बराबरी दिला दी। इसके बाद 29वें मिनट में वंदना कटारिया ने जमीनी गोल कर भारत को आगे कर दिया।
फिलहाल अगले दो क्वार्टर में भारतीय टीम प्रयासों के बावजूद सफल नहीं हो सकी। इस दौरान कप्तान होली पर्न-वेब ने 35वें मिनट में ब्रिटेन को बराबरी दिलाई और अंतिम क्वार्टर में ग्रेस बाल्सडन ने 48वें मिनट में टीम की विजयदायिनी गोल पेनाल्टी कॉर्नर पर किया।