मोदी कैबिनेट का विस्तार : जदयू ने पीएम मोदी के सामने रखा ‘बिहार फॉर्मूला’, संख्या के आधार पर मांगे मंत्री पद
नई दिल्ली, 6 जुलाई। मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार की आहट के बीच बिहार में भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने न सिर्फ मंत्रिमंडल में शामिल होने की हामी भरी है वरन मोदी सरकार के सामने ‘बिहार फॉर्मूला’ भी रख दिया है। इसके तहत उसने सांसदों की संख्या के आधार पर मंत्री पद मांगे हैं। इस बाबत विचार-विमर्श के लिए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं।
जदयू के 16 सांसद, लिहाजा चार मंत्री बनने चाहिए
सूत्रों पर भरोसा करें तो जदयू का कहना है कि बिहार में उसके 16 सांसद हैं, इस हिसाब से उसके चार मंत्री बनने चाहिए। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि बिहार से भाजपा के 17 सांसद हैं और उनमें पांच को मंत्री बनाया गया है। जदयू की ओर से 2019 में भी यही फॉर्मूला सामने रखा गया था।
समझा जाता है कि नीतीश कुमार की पार्टी की तरफ से अतिपिछड़ा, महादलित को प्रतिनिधित्व देने की मांग की गई है। कहा गया है कि केंद्र ने बिहार से जिन लोगों को मंत्री बनाया है, उनमें चार ऊंची जाति और एक यादव है।
मुख्यमंत्री नीतीश बोले – पार्टी अध्यक्ष आरसीपी सिंह इस मसले को देख रहे
इस बीच मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से भी इशारा किया गया कि जदयू इस बार कैबिनेट में शामिल हो सकता है। नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमारी पार्टी के अध्यक्ष आरसीपी सिंह इसपर बात कर रहे हैं। वह इस मामले को देख रहे हैं। इस मामले पर वह ही कुछ कह सकते हैं।’
इससे पहले जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा था कि पार्टी की तरफ से मंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला नीतीश कुमार लेंगे। हालांकि कुशवाहा ने भी स्पष्ट तौर पर कहा कि मोदी मंत्रिमंडल के प्रस्तावित विस्तार में उनकी पार्टी शामिल होगी। हालांकि, वह इस बात को लेकर खुलकर बोलने से बचते रहे कि जदयू कोटे से आखिर किन लोगों को मंत्री बनाया जाएगा।
मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं 20 नए चेहरे
सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे कैबिनेट विस्तार में करीब 20 नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, नारायण राणे, अनुप्रिया पटेल, शांतनु ठाकुर, पशुपति पारस, सुशील मोदी व राजीव रंजन आदि के नाम शामिल हैं।