केजरीवाल का मिशन गुजरात : सभी 182 सीटों पर लड़ेगी आम आदमी पार्टी, राज्य के लिए नए मॉडल का वादा
अहमदाबाद, 14 जून। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की जबर्दस्त किलेबंदी के बावजूद लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अब गुजरात में भी पार्टी के विस्तारीकरण संकल्प लिया है। इस कड़ी में उन्होंने गुजरात के लिए दिल्ली से अलग विकास के नए मॉडल का वादा करने के साथ घोषणा की है कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 182 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
2022 में जनता के मुद्दे पर गुजरात में लड़ेंगे चुनाव
गुजरात के एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को अहमदाबाद आए अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वर्ष 2022 में गुजरात की सभी 182 सीटों पर ‘आप’ के उम्मीदवार उतारे जाएंगे। केजरीवाल ने गुजरात के लिए एक नए मॉडल का वादा करते हुए कहा कि दिल्ली मॉडल अलग है और गुजरात का एक अलग मॉडल होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी गुजरात के लोगों के मुद्दों पर राजनीति करेगी। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में यहां की जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाएगा और चेहरा भी यहीं का होगा।
केजरीवाल ने कहा कि आज गुजरात की जो हालत है, यह बीजेपी व कांग्रेस सरकारों की कारस्तानी है। पिछले 27 वर्षों से गुजरात में एक ही पार्टी की सरकार है, ये 27 वर्ष कांग्रेस र बीजेपी की दोस्ती की कहानी है। उन्होंने कहा, ‘कहते हैं कि कांग्रेस, बीजेपी की जेब में है। बीजेपी को जब जरूरत रहती है तो उन्हें कांग्रेस सप्लाई करती है।’
कोरोना काल में गुजरात को अनाथ छोड़ दिया गया
इसी वर्ष फरवरी में सूरत में एक रोड शो भी कर चुके केजरीवाल ने कहा कि पिछले एक साल में कोरोना काल के दौरान गुजरात को अनाथ छोड़ दिया गया। कोरोना के हालात में गुजरात की सुध लेने वाला कोई नहीं था। केजरीवाल ने महानगर में आम आदमी पार्टी के कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान गुजरात के पूर्व पत्रकार इसुदान गढवी आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। इसुदान गढवी किसानों की बात को रखने के लिए जाने जाते हैं।
स्थानीय निकाय चुनाव में अच्छा रहा था ‘आप’ का प्रदर्शन
केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूदा गुजरात आम आदमी पार्टी के संयोजक गोपाल ने कहा कि गुजरात के कोने-कोने से एक ही आवाज उठ रही है – अब बदलेगा गुजरात।
गौरतलब है कि गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था और सूरत नगर निगम में विपक्षी दल की भूमिका तक पहुंच गई थी। उस चुनाव में पार्टी ने 27 सीटों पर जीत हासिल की थी।