नई दिल्ली, 7 मई। केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कृष्णास्वामी विजय राघवन ने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर से स्वयं को बचाने के लिए देशवासियों को सावधानी बरतनी होगी। राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में शुक्रवार को अपराह्न केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विजय राघवन ने यह बात कही।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही विजय राघवन ने इसी जगह मीडिया कॉन्फ्रेंस में सचेत किया था कि कोरोना की तीसरी लहर का आना तय जान पड़ता है। हालांकि यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि वह कब आएगी और कितनी खतरनाक होगी। फिलहाल अब उन्होंने कहा, ‘अगर सभी सावधानी बरतें और गाइडलाइंस का पालन करें तो शायद कुछ ही जगहों पर कोरोना की तीसरी लहर आएगी या फिर कहीं भी नहीं आएगी।‘
विजय राघवन ने कहा, ‘कोरोना की तीसरी लहर आएगी या नहीं, यह इस पर निर्भर करता है कि हम सब किस तरह दिशानिर्देशों का पालन करते हैं। व्यक्तिगत स्तर, स्थानीय स्तर, राज्य स्तर पर और सभी जगह यदि हम सावधानी बरतें और गाइडलाइंस का पालन करें तो कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोक सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि यह सुनने और बोलने में मुश्किल लगता है, लेकिन यह मुमकिन है। सावधानी बरतने, सर्विलांस, कंटेनमेंट, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को लेकर गाइडलाइंस का पालन करने पर कोरोना को रोकना मुश्किल नहीं है।
राघवन ने कहा कि भारत और दुनिया के अन्य देशों में यह महामारी अलग-अलग जगह और अलग-अलग वक्त में पीक पर पहुंची है। यह समझना जरूरी है कि कब और क्यों संक्रमण बढ़ता है। यह तभी बढ़ता है, जब कोरोना वायरस को मौका मिलता है। अगर उसे मौका नहीं मिलेगा तो वह जनमानस को संक्रमित भी नहीं कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कोरोनारोधी टीका लगवा लिया है। इसके बाद वे मास्क पहनने के साथ पूरी सावधानी बरतते हैं तो सुरक्षित हैं। लेकिन अगर वायरस को नए मौके मिलेंगे तो केस भी बढ़ेंगे। ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जो पहले सावधानी बरतते थे, लेकिन बाद में लापरवाह हो गए। ऐसे में केस बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग, जो संक्रमित हैं पर बिना लक्षण के हैं, वे दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए ऐसे मामलों में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।