नई दिल्ली, 21 जून। इस वर्ष हज यात्रा के दौरान 98 भारतीयों की मौत हुई है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी साझा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘इस वर्ष अब तक 1,75,000 भारतीय तीर्थयात्री हज के लिए मक्का गए हैं…हमारे 98 भारतीय तीर्थयात्रियों की हज यात्रा के दौरान मृत्यु हुई है।’
पिछले वर्ष हज यात्रा के दौरान 187 भारतीयों की हुई थी मृत्यु
रणधीर जायसवाल ने हज यात्रियों की मौतों के कारण का उल्लेख करते हुए हुए कहा, ‘ये मौतें प्राकृतिक बीमारी, प्राकृतिक कारणों, पुरानी बीमारी और बुढ़ापे के कारण हुई हैं। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अराफात के दिन छह भारतीयों की मौत हुई और चार भारतीयों की मौत दुर्घटनाओं के कारण हुई। पिछले साल हज में मरने वाले भारतीयों की संख्या 187 थी।’
इससे पहले मंगलवार को अरब राजनयिकों ने पुष्टि की थी कि इस वर्ष कम से कम 550 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, जिनमें से अधिकतर की मौत मक्का में बढ़ते तापमान के कारण हुई है।
इस वर्ष मक्का में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पार कर गया
हज यात्रा इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और सभी मुसलमानों को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस धार्मिक दायित्व को पूरा करना होता है। इस वर्ष की तीर्थयात्रा में भीषण गर्मी देखी गई, जिसमें तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जो हाल के दशकों में सबसे अधिक है।
एक सऊदी अध्ययन से पता चला है कि तीर्थयात्रा क्षेत्र में तापमान में हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। 2023 में हज के दौरान 200 से अधिक तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई थी और 2,000 से अधिक श्रद्धालु गर्मी से संबंधित तनाव से पीड़ित हुए क्योंकि तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था।