जम्मू-कश्मीर में पांच सरकारी कर्मचारी बर्खास्त, आतंकी लिंक के चलते हुई कड़ी कार्रवाई
श्रीनगर, 15 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर में पांच सरकारी कर्मचारियों को आतंकी लिंक के चलते सर्विस से बर्खास्त कर दिया गया है। इन पर नार्को-टेरर सिंडिकेट चलाने और आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित संगठनों की सहायता करने का आरोप है। इस तरह घाटी में एक बार फिर आतंकी के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया गया है।
सरकारी कर्मचारियों को संविधान के अनुच्छेद 311(2)(C) के तहत बर्खास्त दिया गया है। जम्मू-कश्मीर सरकार सिस्टम के भीतर मौजूद आतंकवादी तत्वों का पता लगाने और उनका सफाया करने में लगी हुई है। पिछली सरकारों के दौरान ऐसे कई आतंकी तत्वों को पिछले दरवाजे से रोजगार मुहैया कराया गया था।
बर्खास्त कर्मचारियों की पहचान
आतंकी लिंक के लिए बर्खास्त किए गए पांचों सरकारी कर्मचारियों की पहचान इस प्रकार से है… तनवीर सलीम डार (कॉन्स्टेबल), अफाक अहमद वानी, इफ्तिखार अंद्राबी, इरशाद अहमद खान और अब्दुल मोमिन पीर। डार 1991 में नियुक्त हुआ था। जुलाई 2002 में बटालियन मुख्यालय में ‘आर्मरर’ के रूप में उसकी पोस्टिंग हुई। जांच में पता चला कि उसने दहशतगर्दों को हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराने में मदद की।
इसके अलावा, अफाक अहमद वानी बारामूला सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। इफ्तिखार अंद्राबी पौधरोपण पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। इरशाद अहमद खान 2010 में जल शक्ति विभाग में अर्दली नियुक्त किया गया था। वहीं, अब्दुल मोमिन पीर 2014 में पीएचई उपखंड में सहायक लाइनमैन के रूप में नियुक्त किया गया।