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उत्तरकाशी सुरंग हादसा : सुरंग में फंसे हैं 41 मजदूर, 22 मीटर के बाद ड्रिलिंग का काम बंद

उत्तरकाशी सुरंग हादसा : सुरंग में फंसे हैं 41 मजदूर, 22 मीटर के बाद ड्रिलिंग का काम बंद

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उत्तरकाशी, 18 नवम्बर। सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद सुरंग में फंसे 40 मजदूरों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। गत शुक्रवार दिनभर चली एक अन्य व्यक्ति के सुरंग में फंसे होने की अफवाह पर देर रात मुहर लग गई। कम्पनी प्रबंधन ने जिला प्रशासन को मुजफ्फरपुर बिहार के दीपक कुमार के सुरंग में फंसे होने की सूचना दी है।

मशीन के कंपन से सुरंग में मलबा गिरने का खतरा

उधर अमेरिकी ऑगर मशीन से शुक्रवार दोपहर बाद ड्रिलिंग का काम बंद कर दिया गया था, जिसके बाद से अब तक मात्र 22 मीटर ही ड्रिल हो पाया है। बताया जा रहा है कि मशीन के कंपन से सुरंग में मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है। वहीं दरारें भी आई हैं। अब सुरंग फंसे लोगों को बचाने के लिए सुरंग के ऊपर और साइड से भी ड्रिलिंग करने करने का प्लान है। इसके लिए कुछ मशीनें मंगाई गई हैं।

इस बीच शनिवार को सात दिन बाद सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर नहीं निकाले जाने पर श्रमिकों और उनके परिजनों के सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने दोबारा कम्पनी अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रेस्क्यू में तेजी लाने की मांग की।

पीएमओ में उपसचिव मंगेश घिल्डियाल सिलक्यारा पहुंचे

वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में उपसचिव मंगेश घिल्डियाल भी शनिवार को सिलक्यारा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुरंग का जायजा लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों से वस्तुस्थिति का जायजा लिया।

देर रात एयरपोर्ट पर उतरा भीमकाय विमान सी-17 ग्लोबमास्टर

इसके पूर्व भारतीय वायुसेना का भीमकाय विमान सी-17 ग्लोबमास्टर देर रात एयरपोर्ट पर उतरा था, जो सैन्य व अन्य सामान आदि उतारने के बाद वापस गया। इसलिए देहरादून एयरपोर्ट पर सभी फ्लाइटों की आवाजाही बंद होने के बावजूद देर रात तक खुला रखा गया।

पुराने सुरंग रेस्क्यू के अनुभवों के आधार पर किए जा रहे कार्य

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग आपदा से निबटने के लिए देश और दुनिया में चले पुराने सुरंग रेस्क्यू के अनुभवों के आधार पर कार्य किए जा रहे हैं। इसके लिए अधिकारी पड़ोसी राज्य हिमचाल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर समेत दुनिया के कई देशों में सुरंग निर्माण और आपदा के बाद हुए रेस्क्यू की तकनीकी को अपना रहे हैं। पीर पंजाल, अटल सुरंग, भंवर टोंक, सँगलदान जैसी बड़ी सुरंग निर्माण और लूज गिरने के बाद रेस्क्यू की जानकारी जुटाई जा रही है। इसी के अनुसार रेस्क्यू टीम श्रमिकों को बाहर निकालने के प्रयास में जुटी हैं।

श्रमिकों और परिजनों के साथ सरकार खड़ी : सीएम

सीएम धामी ने कहा कि मुसीबत में फंसे श्रमिकों के परिजनों के साथ सरकार खड़ी है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह सभी परिजनों को रेस्क्यू की हर पल की जानकारी देते रहें। इसके अलावा सिलक्यारा पहुंचे परिजनों के लिए भी सहायता केंद्र खोलने और उनके रहने-खाने की जरूरत के हिसाब से मदद की जाए। उन्होंने कहा कि विपदा की इस घड़ी में परिजनों को धैर्य बनाये रखने की जरूरत है।

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