
छत्तीसगढ़ : बीजापुर व कांकेर में 24 नक्सली ढेर, ऑटोमेटिक हथियार व गोला-बारूद बरामद
छत्तीसगढ़, 20 मार्च। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और कांकेर में आज पुलिस ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 24 नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान भी शहीद हो गया।
डीआरजी का एक जवान भी शहीद
बीजापुर जिले के गंगालुर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 20 नक्सली मारे गए। बीजापुर पुलिस ने बताया कि इस मुठभेड़ में डीआरजी का एक जवान शहीद हो गया है। वहीं, दूसरी और कांकेर में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए। सभी 24 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। ऑटोमेटिक हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।
सभी 24 नक्सलियों के शव बरामद
पुलिस के अनुसार बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमा के पास थाना गंगालुर क्षेत्रान्तर्गत माओवादी विरोधी अभियान पर संयुक्त टीम निकली थी। अभियान के दौरान आज सुबह सात बजे से माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच फायरिंग शुरू हो गई। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद के साथ 20 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। वहीं, मुठभेड़ में बीजापुर डीआरजी के एक जवान का बलिदान हो गया है। मुठभेड़ के बाद तलाशी अभियान जारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजापुर और दंतेवाड़ा की सरहद के जंगली क्षेत्र गंगालुर थाना इलाके के तोड़का एंड्री के जंगल में सुरक्षाबलों की संयुक्त पार्टी के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान होने की खबर है।
‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए।
मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की…
— Amit Shah (@AmitShah) March 20, 2025
अगले वर्ष 31 मार्च से पहले नक्सलमुक्त होगा देश – अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षाबलों के दो अलग-अलग ऑपरेशन्स में 24 नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले वर्ष 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है।’