यूपी : मिर्जापुर में गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल का स्लैब गिरने से 2 मजदूर घायल, विधायक ने दिए जांच के आदेश
मिर्जापुर, 17 जनवरी। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में गुरुवार की देर रात हादसा हो गया, जब जमालपुर क्षेत्र में करजी गांव के पास गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल की ढलाई के दौरान स्लैब गड़ई नदी में धड़ाम से गिर गया। हादसे में दो श्रमिक मलबे में दबकर बुरी तरह घायल हो गए। शोरगुल सुनकर ग्राम प्रधान सहित अन्य ग्रामीणे ने मौके पहुंचकर बांस बल्ली और फावड़े के सहारे मलबे में दबे हुए श्रमिकों को निकाला।
घटना के बाद ठेकेदार और जेई भाग निकले
घटना की सूचना पाकर क्षेत्राधिकारी सहित पांच थाने की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। घायलों को बीएचयू ट्रामा सेंटर ले जाकर उपचार कराया गया। काम कर रहे अन्य मजदूर बाल-बाल बच गये। मौके पर मौजूद विभाग के ठेकेदार और जेई मोबाइल बंद करके भाग निकले। वहीं विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने घटना पर चिंता जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
3.80 करोड़ की लागत वाले पुल का 2020 में हुआ था शिलान्यास
गौरतलब है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से 3.80 करोड़ की लागत से निर्मित कराए जा रहे इस पुल का शिलान्यास 2020 में तत्कालीन मंत्री और मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने किया था। पहले ठेकेदार द्वारा अधूरा छोड़े गए काम को दूसरे ठेकेदार से पूरा कराया जा रहा था। पांच पिलर वाले इस पुल के दो पिलर की ढलाई लगभग दो वर्ष पहले की जा चुकी थी। तीसरे पिलर की ढलाई के दौरान यह हादसा हुआ।

तीसरे पिलर की ढलाई के दौरान यह हादसा हुआ
हादसे का कारण गड़ई नदी में तेज बहाव को भी बताया जा रहा है। लेकिन ग्राम प्रधान मनोज कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पुल का निर्माण अत्यंत घटिया तरीके से हो रहा था। मानक के अनुरूप कार्य नहीं होने से स्लैब गिर पड़ा। मजदूरों और ग्रामीणो ने शटरिंग कमजोर होने की बात कही, लेकिन जेई विजय शंकर पाण्डेय और ठेकेदार ने श्रमिकों की कोई बात नहीं सुनी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जेई व ठेकेदार ने श्रमिकों को रात में ही जबर्दस्ती स्लैब की ढलाई कराने के लिए बाध्य किया। सोनभद्र के 36 मजदूर काम में लगे थे। ढलाई का काम जैसे ही शुरू हुआ, वैसे ही सीमेंट गिट्टी से ढला स्लैब शटरिंग सहित गिर गया। थानाध्यक्ष विजय सरोज ने बताया कि मलबे की चपेट में आने से सोनभद्र जनपद के सुकृत थानान्तर्गत लोहरा गांव के निवासी श्रमिक प्रकाश (30 वर्ष) और पारसनाथ (50 वर्ष) घायल हो गए, जिनका इलाज बीएचयू के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। दो मजदूर अनिल व राम आसरे बाल-बाल बच गए।
