नई दिल्ली,18 नवंबर। महान बल्लेबाज गुंडप्पा विश्वनाथ का मानना है कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के शानदार फॉर्म में होने से विश्व कप फाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम का गेंदबाजी विभाग में पलड़ा भारी होगा और वह चाहते हैं कि कप्तान रोहित शर्मा अपनी आक्रामक शुरूआत को शतक में तब्दील करें। भारत 10 जीत दर्ज करने के बाद रविवार को फाइनल में अहमदाबाद में आस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।
विश्वनाथ ने कहा, ‘‘कभी कभार जब आपको विकेट नहीं मिल रहा होता है तो शमी आकर आपको विकेट दिला देते हैं। देखिये कितनी दफा उसने पहली गेंद पर विकेट दिलाया है। दुर्भाग्य से हार्दिक पंड्या चोटिल हो गया और शमी आये जिन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘शमी की गेंदबाजी में ऐसी खूबसूरती है कि वह तेजी से आगे जाता है और बल्लेबाज को चौंका देता है। अन्य गेंदबाजों की बात करें तो (जसप्रीत) बुमराह तो बुमराह हैं, उनका प्रदर्शन अच्छा है और मोहम्मद सिराज बेहतर हो रहे हैं। ’’
विश्वनाथ ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर हमारा गेंदबाजी आक्रमण आस्ट्रेलिया की तुलना में ज्यादा संतुलित है, इसमें कोई शक नहीं। ’’ तो क्या भारतीय टीम का गेंदबाजी विभाग में पलड़ा भारी है तो उन्होंने कहा, ‘‘जी हां, बिलकुल। दो स्पिनरों (कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा) ने भी शानदार गेंदबाजी की है। उनके पास केवल एडम जम्पा हैं। लेकिन भारत के खिलाफ जम्पा शायद विकेट लेने के लिए जूझ सकते हैं। ’’
विश्वनाथ (74 वर्ष) 1975 और 1979 विश्व कप के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्हें लगता है कि आस्ट्रेलिया की गेंदबाजी थोड़ी अनिरंतर है। विश्वनाथ ने कहा, ‘‘अगर मिचेल स्टार्क पहले ओवर से ही अपनी लाइन एवं लेंथ नहीं हासिल करते हैं तो वह रन लुटा देंगे। पैट कमिंस विकेट ले रहे हैं लेकिन वह रन भी लुटा रहे हैं। ’’उन्होंने कहा, ‘‘उनका एकमात्र निरंतर गेंदबाज जोश हेजलवुड है और वह शानदार गेंदबाज है। जम्पा भी विकेट लेने के लिए मौजूद है। मैक्सवेल अच्छा कर रहे हैं और कल तो ट्रेविस हेड ने भी विकेट झटके। ’’
उन्होंने यह भी कहा कि रोहित की आक्रामक बल्लेबाजी अहम है। रोहित ने एक शतक और तीन अर्धशतकों से 550 रन बनाये हैं लेकिन वह अकसर अच्छी शुरूआत के बाद 40 के करीब रन बनाकर आउट हो जा रहे हैं और विश्वनाथ चाहते हैं कि यह सलामी बल्लेबाज फाइनल में अपनी शुरूआत को बड़े स्कोर में तब्दील करे। उन्होंने कहा, ‘‘रोहित जिस तरह से पावरप्ले में तेज शुरूआत करा रहा है, हालांकि वह बड़े स्कोर जैसे 100 रन नहीं बना पा रहा है। जबकि अन्य बल्लेबाज इसी पैटर्न का अनुकरण कर रहे हैं।