वॉशिंगटन, 27 अक्टूबर। इजराइल व हमास में युद्ध के बीच अमेरिका ने शुक्रवार को हमास के सभी वित्तीय स्रोतों को खत्म करने के अपने प्रयासों का विस्तार करते हुए समूह से जुड़े लोगों और संगठनों के खिलाफ दूसरे दौर के प्रतिबंधों की घोषणा की। हमास के इजराइल पर हमले के बाद यह दूसरा मौका है, जब अमेरिका ने उससे जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाया है।
हमास के हमले में इजराइल के 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे। अमेरिका के वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने एक बयान में कहा कि नए प्रतिबंध हमास को वित्तीय, रसद और परिचालन सहायता प्रदान करने में ईरान की भूमिका को उजागर करते हैं। इनमें ईरान में हमास का एक प्रतिनिधि और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्य शामिल हैं। अमेरिका और इजराइल पहले भी हमास के हमले के पीछे ईरान की भूमिका का जिक्र कर चुके हैं।
प्रतिबंधों की घोषणा तब की गई, जब उप वित्त मंत्री वैली अडेयेमो ने हमास के लिए वित्त पोषण बंद करने के अभियान के लिए अमेरिका के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक ब्रिटेन का समर्थन हासिल करने के लिए लंदन की यात्रा की। हमास को दोनों देश एक आतंकवादी संगठन मानते हैं।
अडेयेमो ने कहा, ‘आज की काररवाई हमारे आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध प्राधिकारों को प्रभावी बनाने और हमास को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली का शोषण करने की क्षमता से वंचित करने के लिए हमारे वैश्विक भागीदारों के साथ काम करके उसके (हमास के) वित्तपोषण नेटवर्क को खत्म करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।’
निशाना बनाए गए लोगों में खालिद कद्दूमी भी शामिल हैं, जिसे हमास और ईरानी सरकार के बीच संपर्क सूत्र बताया गया है। इसके अलावा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के कुद्स फोर्स के अधिकारी अली मुर्शद शिराजी और मुस्तफा मोहम्मद खानी भी प्रतिबंध सूची में शामिल हैं, जिन पर हमास लड़ाकों को प्रशिक्षण देने और उनकी सहायता करने का आरोप है। अमेरिका ने इसके अलावा कई संगठनों पर भी प्रतिबंध की घोषणा की है।