लखनऊ, 18 अगस्त। प्रवर्तन निदेशालय ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी पर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की यह कार्रवाई दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी के 11 ठिकानों पर चल रही है। जानकारी के मुताबिक यह छापेमारी मुख्तार के सीए और परिजनों समेत कुछ सहयोगियों के यहां हो रही है। गाजीपुर के मुहम्म्मदाबाद में मुख्तार अंसारी के घर पर लखनऊ से ईडी की टीम पहुंची है। इसके अलावा टाउन हॉल में खान बस सर्विस के मालिक के यहां, सोना व्यवसायी विक्रम अग्रहरि और प्रोपर्टी डीलर गणेश दत्त मिश्रा के यहां भी छापेमारी हुई है। गणेश दत्त मिश्रा, विक्रम अग्रहरि और मुस्ताक खान मुख्तार अंसारी के करीबी हैं। ईडी की टीम ने पुलिस फोर्स के साथ सभी के आवास को घेर लिया है।
- पंजाब में मुख्तार को मिला था VVIP ट्रीटमेंट
इससे पहले मुख्तार अंसारी पर बड़ा खुलासा हुआ है। पंजाब की आप सरकार ने हाल ही में मुख्तार अंसारी के रूपनगर जेल में बंद होने पर VVIP ट्रीटमेंट देने के आरोप में जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान पता चला है कि पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अंसारी का केस लड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए वकील को लगाया था। वकील पर 11 लाख रुपये प्रति सुनवाई के हिसाब से कुल 55 लाख रुपये खर्ज किए गए। जांच में पता चला है कि वकील ने सुनवाई न होने के दिन पर भी 5 लाख रुपए चार्ज मांगा था। वकील के इन बिलों का आप सरकार ने भुगतान करने से इनकार कर दिया है।
पंजाब के जेल मंत्री हरजोत बैन्स ने कहा, हम इन बिलों का भुगतान क्यों करें, जिन्हें गैंगस्टर को बचाने में खर्च किया गया है। उन्होंने बताया कि हमने इस मामले में FIR दर्ज करने की भी मांग की है। जांच में पता चला है कि बैरक में मुख्तार अंसारी को फाइव स्टार जैसी सुविधाएं दी गईं। इतना ही नहीं जहां 25 कैदियों को रखने की व्यवस्था थी, उसे मुख्तार के लिए खाली करा दिया गया। उन्होंने दावा किया कि जेल प्रशासन ने मुख्तार की पत्नी को भी उनके साथ रहने की इजाजत दी थी।