नई दिल्ली, 12 नवम्बर। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बैग की तलाशी के दो मामलों पर सफाई देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सभी के लिए बराबरी का माहौल बनाने के लिए सभी SOP का पालन किया गया।
यवतमाल के बाद लातूर में ठाकरे के बैग की ली गई तलाशी
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए सोमवार को यवतमाल पहुंचने पर उद्धव ठाकरे के बैग की चुनाव अधिकारियों ने तलाशी ली थी, जिसका वीडियो सामने आने के बाद सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। वहीं, उद्धव ठाकरे के बैग की मंगलवार को लातूर में फिर तलाशी ली गई। उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने इस बात का दावा किया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा किया।
While the Entirely Compromised commission shamelessly carries on trying to delay Uddhav Thackeray ji to his sabhas by frisking, the question is, why isn’t the PM or other ministers visiting Maharashtra to promote bjp’s loot being frisked this way?
What a disgrace it’s turning… https://t.co/PxPKKsPhTu
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) November 12, 2024
SOP का पालन किया गया – चुनाव आयोग
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सभी उम्मीदवारों के लिए समान नियम लागू हैं। इसलिए तलाशी की गई। आयोग के अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और आदर्श आचार संहिता के तहत की जाती है। इसी क्रम में SOP का पालन किया गया।
उद्धव का सवाल – क्या पीएम मोदी के सामान की भी जांच करेंगे?
शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सोमवार को बताया था कि 20 नवम्बर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए जब वह यवतमाल पहुंचे तो सरकारी अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की। पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या निर्वाचन अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामान की भी जांच करेंगे?
ठाकरे ने यवतमाल के वानी में शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार संजय डेरकर के समर्थन में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए इस कथित घटना की जानकारी दी थी। इस घटना के बाद से राजनीतिक बवाल मच गया, जिसके बाद चुनाव आयोग को सफाई देनी पड़ी।